उत्तर प्रदेश के कई जिलों में डेंगू का कहर देखने को मिल रहा है. लखनऊ में तो डेंगू ने कोहराम मचाया ही था लेकिन अब गाजियाबाद में भी डेंगू ने आफत मचाई हुई है. शनिवार को जिले में 69 मरीजों का चेकअप किया गया जिनमें से चार बच्चों समेत डेंगू के 12 नये मामले मिले. इनमें से दो बच्चों की हालत इतनी गंभीर है कि उनको प्राइवेट हास्पिटल में भर्ती किया. नये केस शहर के अलग अलग एरिया में पाए गए हैं. ये जगहें हैं राजेंद्रनगर, वसुंधरा, इंदिरापुरम के साथ ही क्रासिंग रिपब्लिक, मोरटा , रजापुर, भोजपुर. इसके अलावा डासना, लोनी व मुरादनगर में भी कई केसेज पाए गए. जानकारी है कि अब तक डेंगू के 924 केस पाए जा चुके हैं. एक्टिव केसेज की बात करें तो इसकी संख्या 113 के करीब हैं. वहीं चिकनगुनिया के फिलहाल तीन केस पाए गए हैं. मलेरिया के कुल 25 केस पाए गए और स्क्रब टायफस के 15 केस का पता लगाया गया है. इस बाबत सर्वे के काम में 165 टीम लगाई गई हैं और 108 एरिया के 4541 घरों का सर्वे कार्य किया गया. इस दौरान एडीज मच्छर का लार्वा 96 घरों में पाया गया. 59 जगहों पर कीटनाशक दवाइयां छिड़की गई और 31 क्षेत्रों में डेंगू के साथ ही मलेरिया से बचाव और सतर्कता बरतने को लेकर जागरूकता फैलाई गई. ऑन रिकार्ड डेंगू से सरकारी चिकित्सक के साथ ही दो लोगों की जान गई और बुखार से कई लोगों की मौत होने की खबर है. जिला एमएमजी हॉस्पिटल ओपीडी में नवरात्रि के कारण तीन हजार की जगह डेढ़ हजार मरीज पहुंचे. बुखार के मरीजों की संख्या यहां पर तीन सौ से ज्यादा दर्ज की गई है. शनिवार को मरीजों को भर्ती करने की संख्या 94 रही. 5 मरीज रेफर हुए हैं. उधर संतोष अस्पताल में टीबी के 20 मरीज गोद लिए गए और पुष्टाहार बंटा गया.