जनपद सुल्तानपुर का गौरव बढ़ाने वाले आर्टिस्ट,लेखन शिक्षक,चन्द्रपाल राजभर को एक बार फिर राष्ट्रीय नवोन्मेषी विज्ञान शिक्षक पुरस्कार से सम्मानित किया गया कहते हैं कि कला हमेशा नए-नए आयाम को जन्म देती रहती है वह चाहे विज्ञान हो या अन्य कोई क्षेत्र जहां कला नहीं है वहां किसी भी विषय की कल्पना नहीं की जा सकती है सब कुछ कला में ही समाहित है ऐसे में कल के माध्यम से विज्ञान के साथ-साथ विभिन्न विषयों में शिक्षण कार्य करने वाले शिक्षक आर्टिस्ट,लेखक,चन्द्रपाल राजभर को पूर्व राष्ट्रपति मिसाइल मैन कहे जाने वाले डॉक्टर एपीजे अब्दुल कलाम के जन्मदिवस पर चन्द्रपाल राजभर को राष्ट्रीय नवोन्मेषी विज्ञान शिक्षक पुरस्कार से सम्मानित किया गया यह सम्मान पत्र शांति फाउंडेशन गोंडा द्वारा प्रदान किया गया आपको बताते चलें कि चन्द्रपाल राजभर नए-नए T.L.M. के माध्यम से विज्ञान शिक्षण,पर्यावरण शिक्षण,भाषा शिक्षण,कला शिक्षण आदि विषयों का शिक्षण कर छात्रों को सीखने सिखाने का कार्य करते आ रहे हैं वही कलाम साहब के जन्मदिवस पर राजभर जी ने लिखी स्वरचित पंक्तियां “मैं कलम कहूॅ,या कलमकार ।।२।।,मै धरती पुत्र,बलवान कहूं,सुन लो मेरे देश के, वतन वासियों,मैं आप को,मिशाईल मैन कहूँ ।।२।।,मै ज्ञान कहू,या विज्ञान कहूँ ।।२।।मैं ऐसी जमी को,प्रणाम कहूॅ,जिसने दिया वतन को, कलाम साथियों,मैं ऐसी धरा को,प्रणाम कहूॅं ।।२।।”इन सभी कार्यों को देखते हुए शांति फाउंडेशन गोंडा ने चन्द्रपाल राजभर को डॉक्टर एपीजे अब्दुल कलाम जी के जन्म दिवस पर उन्हें राष्ट्रीय नवोन्मेषी विज्ञान शिक्षक पुरस्कार से सम्मानित किया