#वर्दीधारी की दंबगई: दरोगा ने हड़पी दो करोड़ की जमीन, आरोप साबित…पर वृद्ध को नहीं मिला न्याय, पढ़ें पूरा मामला#

कानपुर के चकेरी गांव में 6.29 करोड़ की जमीन हड़पे जाने से आहत किसान बाबू सिंह यादव अकेले व्यक्ति नहीं हैं, शहर में तमाम ऐसे लोग हैं, भूमाफिया जिनकी जमीन हड़प चुके हैं। ऐसा ही मामला सुनील कुमार मलिक (59) का है। चकेरी श्यामनगर स्थित इनके प्लॉट को एक वर्दीधारी ने हड़प लिया। अपनी दो करोड़ की जमीन वापस पाने के लिए सुनील ढाई सालों से पीएम, सीएम, डीएम से लेकर पुलिस कमिश्नर तक शिकायत कर चुके हैं।
पुलिस जांच में आरोपी दरोगा दोषी भी सिद्ध हुआ, फिर भी वृद्ध को आज तक न्याय नहीं मिला। दर्शनपुरवा, रामनगर में किराये के मकान में रहने वाले सुनील कुमार मलिक ने बताया कि उनकी शादी नहीं हुई है। उनके बड़े भाई स्व. देवेंद्र कुमार ने भी शादी नहीं की थी। रेलवे से रिटायर्ड होने के बाद बड़े भाई ने श्यामनगर में अपने नाम से 280 वर्गगज जमीन आलोक नगर गृह निर्माण सहकारी समिति से खरीदी थी।

आरोप है कि वर्ष 2015 में प्लॉट के सामने रहने वाले संदीप तिवारी ने अपना ताला डाल लिया। वर्ष 2020 में संदीप ने कब्जा छोड़ दिया। इसके बाद 19 फरवरी 2021 को उस वक्त लखनऊ में तैनात दरोगा ब्रजमोहन पाल ने अपनी वर्दी की धौंस जमाते हुए उनके प्लॉट पर कब्जा कर लिया। आरोप है कि उन्होंने तत्कालीन पुलिस कमिश्नर, डीएम से लेकर सीएम और पीएम तक शिकायत की, लेकिन कोई उन्हें न्याय नहीं दिला सका।
फरवरी 2021 में रिपोर्ट भी दर्ज कराई
तत्कालीन सीपी ने तत्कालीन एसीपी अशोक कुमार सिंह से जांच करवाने के बाद दरोगा के खिलाफ आरोप सही पाए जाने पर चकेरी थाने में ब्रहमोहन पाल व उसके पुत्र के खिलाफ फरवरी 2021 में गृह अतिचार, धमकी व गालीगलौज में रिपोर्ट भी दर्ज करा दी। जांच तत्कालीन एसआई उस्मान अली कर रहे थे। उन्होंने दर्ज मुकदमे में फर्जी दस्तावेज तैयार करके धोखाधड़ी करने की धारा भी बढ़ा दी।
दो करोड़ की जमीन नहीं मिल सकी
पीड़ित के अनुसार इस बीच उनका ट्रांसफर हो गया, जिसके बाद जांच एसआई दिनेश मौर्य को सौंप दी गई। सुनील कुमार का आरोप है कि वर्तमान विवेचक ने केस डायरी से पूर्व में लगाई गई धाराओं का विलोप कर दिया। उन्होंने एक बार भी उनके बयान तक दर्ज नहीं किए। इसकी शिकायत कैंट एसीपी अमरनाथ यादव से की, लेकिन आज तक उन्हें अपनी ही दो करोड़ की जमीन नहीं मिल सकी।
वर्दी का प्रभाव, दाखिल नहीं की जा सकी चार्जशीट
वृद्ध सुनील कुमार का आरोप है कि आरोपी दरोगा की वर्दी का इतना प्रभाव है कि ढाई साल बाद भी पुलिस उसके खिलाफ कोर्ट में चार्जशीट दाखिल नहीं कर सकी। उन्होंने बताया कि वह अपनी शिकायत लेकर खुद दिल्ली से लेकर लखनऊ तक गए। दो बार सीएम से मुलाकात करके शिकायत रखी। वहां से चकेरी थाने में ही शिकायत पत्र भेजकर जांच कराई गई, जहां से हर बार आरोपी दरोगा के पक्ष में ही रिपोर्ट भेजकर शासन, प्रशासन को भी गुमराह कर दिया गया।
शिकायतों में बीता समय, खड़ा कर लिया दो मंजिला मकान
वृद्ध सुनील कुमार के अनुसार ढाई साल का समय शिकायतों और दौड़ भाग में बीत गया। इस बीच आरोपी दरोगा अपने बेटे के साथ मिलकर उनकी जमीन पर निर्माण कराता रहा। दो साल में उनके प्लॉट पर दो मंजिला मकान बनवाकर परिवार के साथ रहने भी लगा।