#माचिस नहीं दी तो कार में डालकर मारा पीटा, पुलिसवालों ने बजरंग दल पदाधिकारी को बदमाशाें के अंदाज में उठाया#

फतेहपुर सीकरी में शुकव्रार की रात बजरंग दल आगरा के विभाग संयोजक यदुवीर सिंह को कार सवार पुलिसकर्मियों ने मारपीट कर दी। सादे कपड़ों में आए पुलिसकर्मी पदाधिकारी को बदमाशों के अंदाज में कार में डालकर ले गए। उन्हें रास्ते में फेंक कर भाग गए। जानकारी होने पर बजरंग दल के पदाधिकारियाें समेत दर्जनो कार्यकर्ता फतेहपुर सीकरी थाने पर जुट गए। पुलिसकर्मियों को चिन्हित कर कार्रवाई की मांग को लेकर अाधी रात तक थाने पर जुटे रहे। पुलिस अधिकारियों द्वारा कार्रवाई का आश्वासन देने पर पदाधिकारी और कार्यकर्ता थाने से हटे।
रुपये लेकर आ रहे थे घर
घटना शुक्रवार की रात करीब 10 बजे की है। फतेहपुरी सीकरी कस्बा निवासी यदुवीर माहुरा बजरंग दल आगरा विभाग के संयोजक हैं। वह आढ़ती को सरसों बेचने से मिले 50 हजार रुपये लेकर घर आ रहे थे। रास्ते में उनके दो मित्र मिल गए। उनके साथ बातचीत करने लगे। एक मित्र की बेटी का जन्मदिन था, वह उसके लिए केक लेकर आया था। यदुवीर की दोस्तों के साथ बातचीत के दौरान कार पांच-छह लोग वहां पहुंचे।
माचिस मांगी थी, नहीं थी तो भड़क गए
बजरंग दल के ब्रज प्रांत संयोजक दिग्विजयनाथ तिवारी ने बताया कि कार सवारों ने यदुवीर सिंह से माचिस मांगी। उन्होंने माचिस नहीं होने की कहा, इस पर कार सवार आक्रोशित हो गए। कार से उतरकर उनके साथ मारपीट आरंभ कर दी। यदुवीर के मित्र मामला समझते तब तक कार सवार यदुवीर को गाड़ी में डालकर ले गए। हड़बड़ाहट में कार सवार तीन साथी वहीं रह गए। मित्रों को लगा कि सरसों बेचकर आ रहे यदुवीर को बदमाश उठा कर ले गए हैं।

शाेर मचाने पर पहुंचे ग्रामीण
मित्रों के शोर मचाने पर ग्रामीण वहां पहुंच गए। एक पुलिसकर्मी कर्मी वहां से भाग गया। ग्रामीणों ने कार सवार दो लोगों को पकड़ लिया। कार सवारों के साथियों द्वारा खुद को पुलिसकर्मी बताया। इस बीच यदुवीर को ले जाने वाले साथियों को अपने तीन साथियों के वहां छूटने का आभास हुआ। वह यदुवीर को रास्ते में फेंक कर भाग गए। ग्रामीण, बजरंग दल के पदाधिकारी और दर्जनों कार्यकर्ता थाने पर जुट गए। पुलिस अधिकारियों को पूरे मामले की जानकारी दी। आरोपित पुलिसकर्मियों को चिन्हित कर उनके विरुद्ध कार्रवाई की मांग को लेकर रात तीन बजे तक बजरंग दल पदाधिकारी थाने पर जुटे रहे। मामले में कार्रवाई का आश्वासन के बाद थाने से हटे।