माफिया विनोद व उसके दो भाइयों समेत 17 लोगों पर गुलरिहा थाना पुलिस ने जालसाजी, बलवा व धमकी देने का दो अलग-अलग मुकदमा दर्ज किया है। फरार माफिया पर 50 हजार रुपये का इनाम घोषित है। आरोपितों की तलाश में पुलिस की टीम छापेमारी कर रही है।
यह है मामला
दाउदपुर के प्रवीण कुमार श्रीवास्तव ने गुलरिहा थाना पुलिस को दी तहरीर में लिखा है कि सलेमपुर उर्फ मोगलपुर में उनकी भूमि है। इस भूमि को दादी लगनदेई ने वर्ष 1975–76 में उमेश चन्द्र श्रीवास्तव से बैनामा कराया था। दादी की मृत्यु के बाद पिता नागेन्द्र प्रसाद और फिर उनके व भाइयों का नाम खतौनी में दर्ज हुआ। छह जनवरी, 2008 को माफिया विनोद के भाई संजय उपाध्याय, जयप्रकाश ने अपने सहयोगी शाहपुर, सर्कुलर रोड के सतीश मिश्रा, फरेंदा (महराजगंज), गनेशपुर के देवेन्द्र कुमार त्रिपाठी ने पिता से यह भूमि खरीदने के लिए घर पर आए। धमकी देते हुए कहा कि विनोद उपाध्याय ने भेजा है। अपनी पुश्तैनी भूमि विनोद उपाध्याय के नाम पर कर दो।
मना करने पर 23 फरवरी, 2008 को विनोद उपाध्याय ने कूटरचित दस्तावेज एवं फर्जी एग्रीमेंट के जरिये विनोद कुमार श्रीवास्तव, आलोक कुमार श्रीवास्तव, प्रदीप कुमार श्रीवास्तव, अशोक कुमार श्रीवास्तव निवासी धम्माल थाना कोतवाली से करोड़ों की भूमि का एग्रीमेंट केवल चार लाख रुपये में अपने साथी पुनीत कुमार श्रीवास्तव व सतीश मिश्रा के पक्ष में करा लिया। छह सितंबर, 2012 की रात आरोपित घर पहुंचे व पिता पर भूमि बैनामा करने का दबाव बनाने लगे, प्रताड़ना की वजह से अगले दिन हृदयगति रुकने से पिता की मृत्यु हो गई।
शाहपुर, बशारतपुर के चन्द्र प्रकाश दूबे ने तहरीर में लिखा है कि पत्नी विपुला देवी के नाम 20 डिसमिल भूमि है। विनोद उपाध्याय ने अपनी महिला मित्र रंजना के नाम से चार मार्च, 2014 को कूटरचित दस्तावेज तैयार कर कृष्ण कुमार श्रीवास्तव, प्रदीप कुमार व अरुण कुमार निवासी जंगल तुलसीराम बिछिया को जमीन का मालिक दिखाकर बैनामा करा लिया, जबकि इन लोगों के नाम से कोई भूमि नहीं है। साजिश के तहत तहसीलदार (न्यायिक) से उक्त भूमि पर रंजना का नाम दर्ज करवा दिया गया। आरोपितों ने 32 लाख रुपये स्टांप भी कम लगाए। नोटिस आने पर मामला रफा-दफा करा दिया। इस मामले में पुलिस ने छह लोगों पर मुकदमा दर्ज किया है। एसएसपी डा. गौर ग्रोवर ने बताया कि माफिया व उसके साथियों की तलाश चल रही है।