पति का रिश्वत लेना जयपुर की मेयर मुनेश गुर्जर को भारी पड़ गया है। राजस्थान की अशोक गहलोत सरकार ने मेयर को ही बर्खास्त कर दिया है। पति को रिश्वत लेते पकड़े जाने के बाद अशोक गहलोत सरकार ने यह कार्रवाई की है।
दरअसल, पति के रिश्वत लेने के मामले में मेयर भी जांच के घेरे में है, इसलिए सरकार ने कार्रवाई की है।
गहलोत सरकार ने आधी रात जारी किया आदेश
राजस्थान सरकार ने देर रात एक आदेश में जयपुर हेरिटेज नगर निगम की मेयर मुनेश गुर्जर को निलंबित करने का आदेश जारी किया। मेयर के पति सुशील गुर्जर को बीते दिन ही राज्य के भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB) ने भूमि पट्टा जारी करने के बदले कथित तौर पर 2 लाख रुपये की रिश्वत लेने के आरोप में गिरफ्तार किया था। मेयर को नगर निकाय सीट – वार्ड संख्या 43 से भी निलंबित कर दिया गया है।
बता दें कि मेयर के पति को मेयर के ही आवास पर रिश्वत लेते हुए पकड़ा गया था। उस दौरान मेयर भी वहीं मौजूद थीं और आवास से 40 लाख रुपये नकद बरामद किए गए थे। सरकार का कहना है कि मेयर भी इस भ्रष्टाचार में शामिल हो सकती हैं और मामले की जांच को प्रभावित कर सकती थी।
यह है पूरा मामला
एसीबी ने सुशील गुर्जर के साथ दो अन्य लोगों को भी गिरफ्तार किया है और उनसे दो दिनों तक पूछताछ जारी है। पुलिस में दर्ज शिकायत में दावा किया गया कि सुशील गुर्जर, अपने सहयोगियों- नारायण सिंह और अनिल दुबे के माध्यम से एक भूखंड के लिए पट्टे के आवेदन को जल्द मंजूरी देने के लिए शिकायतकर्ता से 2 लाख रुपये की मांग कर रहा था। अधिकारियों ने शिकायत के आधार पर जाल बिछाया और उन्हें गिरफ्तार कर लिया।