इलाहाबाद उच्च न्यायालय (Allahabad High Court) की लखनऊ पीठ मंगलवार को ‘आदिपुरुष’ (Adipurush) फिल्म के खिलाफ अर्जियों पर मंगलवार को सुनवाई करेगी. लखनऊ पीठ ने याचिकाकर्ता के संशोधन आवेदन को सोमवार को मंजूरी दे दी है. याचिकाकर्ता ने विभिन्न बिंदुओं पर इस फिल्म पर आपत्ति जताई है. पीठ संवाद लेखक मनोज मुंतशिर को पक्षकार बनाए जाने की मांग वाले एक आवेदन पर मंगलवार को सुनवाई करेगी. न्यायमूर्ति राजेश सिंह चौहान और न्यायमूर्ति श्रीप्रकाश सिंह की पीठ ने एक जनहित याचिका पर यह आदेश जारी किया. इस फिल्म के रिलीज होने से पहले यह याचिका दायर की गयी थी. दस जनवरी को जनहित याचिका पर सुनवाई करते हुए पीठ ने केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड को नोटिस जारी किया था. इस बीच, इस फिल्म पर रोक लगाने की मांग करते हुए एक अन्य जनहित याचिका दायर की गयी. नवीन धवन की यह याचिका भी मंगलवार को सुनवाई के लिए सूचीबद्ध की गयी. आपको बता दें कि रामायण पर आधारित फिल्म ‘आदिपुरुष’ अपने संवादों, भाषा और किरदारों के चित्रण को लेकर निशाने पर आ गयी है. सबसे ज्यादा विवाद फिल्म के डायलॉग को लेकर हो रहा है, जिस पर कई संगठनों के द्वारा आपत्ति दर्ज कराई गई है. रिलीज के पहले दिन से ही फिल्म को लेकर विवाद हो गया था. फिल्म में कई ऐसे डायलॉग है जो हिन्दू धर्म के इतिहास और फिल्म के किरदारों का सही से चित्रण नहीं करते. सोशल मीडिया पर भी इस फिल्म का काफी आलोचना का शिकार होना पड़ा है. फिल्म आदिपुरुष को लेकर सियासत भी जमकर देखने को मिली है. कई राजनीतिक दलों ने फिल्म पर धार्मिक भावनाएं आहत होने का आरोप लगाया है तो वहीं कई लोगों ने फिल्म को बैन करने तक की मांग की है. इस फिल्म के डायलॉग लेखक मनोज मुंतशिर ने लिखे हैं. इसलिए सबसे ज्यादा लोगों ने उन्हें ही निशाने पर लिया है. वहीं विवाद को देखते हुए मेकर्स ने फिल्म के डायलॉग में भी बदलाव किया लेकिन उसका भी कोई असर देखने को नहीं मिला.