हत्यारे शिववीर ने नरसंहार को अंजाम देने की तैयारी पहले से ही कर ली थी। इस बात की पुष्टि उसकी जेब से मिले पिपर स्प्रे की चार बोतलों और नींद की गोलियों से हाे रही है। हत्यारे ने पिपर स्प्रे और नींद की गोलियां कहां से खरीदी, इसे लेकर पुलिस ने पड़ताल शुरू कर दी है। घटना के बाद पुलिस ने हत्यारे के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया था।
पोस्टमार्टम करने वाले डाक्टर रह हैरान
पोस्टमार्टम के समय चिकित्सकों द्वारा उसके शरीर पर पहने हुए कपड़ों की तलाशी ली गई तो पेंट की जेब से पिपर स्प्रे की चार बोतलें, नींद की गोलियां क्लोनाजेपम और अल्प्राजोलम का एक-एक पत्ता मिला है। क्लोनाजेपम की सभी गोलियां गायब थी। जबकि अल्प्राजोलम के पत्ते से छह गोलियां निकाली गई थी। लेकिन पिपर स्प्रे का प्रयोग नहीं किया गया था। चिकित्सकों द्वारा उसके पास से मिले सामान की सूची बनाने के साथ ही बरामद सामान को सील कर पुलिस की सुपुर्दगी में दे दिया गया है।
बेचैन करने के लिए रखते हैं स्प्रे
जानकारों के मुताबिक पिपर स्प्रे मिर्च पाउडर और अन्य केमिकल से तैयार किया जाता है। स्प्रे गिरने से व्यक्ति बेचैन हो जाता है। आंखों में दर्द के साथ ही आंसू आने लगते हैं। इसके प्रयोग से किसी को अचेत नहीं किया जा सकता है। पिपर स्प्रे को महिलाएं और युवतियां सुरक्षा के लिए अपने पास रखती हैं। बरामद नींद की गोलियों के पत्ते से गोलियां गायब होने से इस बात की पुष्टि हो रही है कि हत्यारे ने इन गोलियों को कोल्डड्रिंक में मिलाया होगा, ताकि परिवार को गहरी नींद में सुलाया जा सके। अनुमान लगाया जा रहा है कि संघर्ष की स्थिति में वह खुद को बचाने और सामने वाले पक्ष को कमजोर करने के लिए पिपर स्प्रे का प्रयोग करता।
शनिवार को घर से कोल्डड्रिंक की बोतलें भी जब्त की गई थीं। सभी को फोरेंसिक जांच के लिए भेजा गया है। सभी पहलुओं पर गहनता से जांच की जा रही है। विनोद कुमार, एसपी