उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ जिले में पूरा परिवार इस्लाम छोड़कर हिंदू धर्म में वापसी की। सैकड़ों लोगों को मौजूदगी में परिवार के मुखिया आबिद अंसारी ने गंगाजल से आचमन किया। फिर जनेऊ धारण कर पूजा-पाठ कराया और आबिद अंसारी से आर्यन राजभर बन गया। वहीं उसकी पत्नी शबनम से खुशबू बन गई। उनके दो पुत्र व दो पुत्रियों का भी हिंदू नाम रखा गया। आजमगढ़ जिले के जहानागंज थाना क्षेत्र के सुंभी ग्राम निवासी इलियास अंसारी का सबसे छोटा पुत्र आबिद अंसारी एक स्थानीय स्कूल में वाहन चालक है। वो बचपन से ही अपने धर्म को लेकर संजीदा था। बीते कुछ माह से उसका व्यवहार बदल गया। नमाज और मस्जिद की जगह वह हिंदू देवी-देवताओं के प्रति आकर्षित होने लगा। इस बात की चर्चा उसने अपने खास लोगों से की। लेकिन किसी ने ध्यान नहीं दिया। एक दिन उसने अपने स्कूल प्रबंधक को इस्लाम धर्म त्याग कर सनातन धर्म ग्रहण करने की इच्छा जताई। स्कूल प्रबंधक उसकी बात सुनकर हैरान रह गए। उन्होंने समझाया लेकिन आबिद अंसारी के मन में कुछ और ही चल रहा था। तीन चार दिन पहले उसने अपनी पत्नी से बात इस्लाम छोड़ हिंदू धर्म अपनाने की घोषणा की। इस बात की जानकारी होने पर शनिवार को कुछ लोगों ने इसका विरोध किया। समाज की बातों को दरकिनार कर आबिद अंसारी अपने फैसले पर अडिग रहा। रविवार को सैकड़ों लोगों को मौजूदगी में अपने ही घर में देवी-देवताओं की प्रतिमा लगाकर वैदिक रीति-रिवाज से हिंदू धर्म ग्रहण कर लिया। गंगाजल आचमन कर जनेऊ धारण किया हवन-पूजन कर आबिद अंसारी से आर्यन राजभर बन गया। हिंदू धर्म अपनाने के बाद उन्होंने कहा कि यह घर वापसी है। अब तक मैं खुद को अधूरा महसूस कर रहा था लेकिन अब हिंदू धर्म अपनाने के बाद मुझे शांति का अनुभव हो रहा है। शाम को आर्यन राजभर ने प्रीतिभोज का भी आयोजन किया। जिसमें क्षेत्र के लोगों ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया। मुस्लिम व्यक्ति के धर्म परिवर्तन किए जाने की घटना क्षेत्र में चर्चा का विषय बनी हुई है