बारिश का मौसम नजदीक है। ग्राम पंचायतों में अमृत सरोवर का निर्माण अधूरा है। कुछ गांवों में खोदाई हो रही है। अधिकत्त गांवों में खोदाई बाकी है। शासन के निर्देश के बावजूद जल संरक्षण के लिए ग्राम पंचायत सजग नहींं है। हर गांव मेंं 15 अगस्त तक अमृत सरोवर का निर्माण मुश्किल नजर आ रहा है। बारिश शुरू हो पर शासन की मंशा पर पानी फिरना तय है। अहरौला : विकासखंड के खालीसपुर गांव में जल संरक्षण के लिए लाखों रुपये की लागत से पोखरी का सुंदरीकरण किया जा रहा है। पोखरी की खोदाई कर चारो तरफ मिट्टी पाट दी गई है, लेकिन अभी तक इंटरलॉकिंग की नहीं गई है। बारिश होने पर मिट्टी के साथ शासन का पैसा भी बह जाएगा। अमिलो : विकासखंड सठियांव के पिचरी ग्राम पंचायत में अमृत सरोवर की खुदाई कर किनारों पर मिट्टी पाटने का कार्य शुरु हो चुका है। कार्य की गति धीमी है। बारिश होने पर नुकसान तय है। लाटघाट : विकासखंड अजमतगढ़ के ग्राम पंचायत काजी डिघवनिया में अमृत सरोवर निर्माणाधीन है। पोखरी बलुई मिट्टी से पटी हुई है। इसमें पानी का नहीं भरा गया है। इंटरलॉकिंग का कार्य शुरू नहीं हुआ है। बारिश होने पर मिट्टी दोबारा पोखरी में चला जाएगी। शासन का धन बर्बाद होगा। यही हालत मोहम्मदपुर ग्राम पंचायत की है।