#बाबा विश्वनाथ की नगरी में भक्तों के प्रेम में अत्यधिक स्नान से नाथों के नाथ भगवान जगन्नाथ बीमार पड़े#

बाबा विश्वनाथ की नगरी में भक्तों के प्रेम में अत्यधिक स्नान से नाथों के नाथ भगवान जगन्नाथ बीमार पड़े,15 दिन करेंगे विश्राम,भगवान अब एक पखवाड़े तक विश्राम कर प्रतीक रूप से औषधीय काढ़े का भोग पीकर स्वस्थ्य होगे। आषाढ़ माह के अमावस्या तिथि पर मंदिर का पट श्रद्धालुओं के लिए खुलेगा। ज्येष्ठ माह के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि पर रविवार को अस्सी स्थित जगन्नाथ मंदिर में परम्परानुसार ज्येष्ठ माह के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि पर भगवान जगन्नाथ के जलाभिषेक का आयोजन किया गया। अत्यधिक जलाभिषेक से बीमार भगवान जगन्नाथ, बलभद्र और सुभद्रा की प्रतिमाओं के कपाट रविवार शाम सेे पखवारे भर के लिए बंद हो जायेगा। सोमवार से भगवान को काली मिर्च, लवंग, छोटी इलायची, बड़ी इलायची, जायफल, खांडसारी, तुलसी दल से बने काढ़े का भोग लगेगा। 15 दिन बाद स्वस्थ होने पर भगवान श्रद्धालुओं को पुन: दर्शन देंगे। गौरतलब हो कि वाराणसी की सैकड़ों साल पुरानी परंपरा का निर्वहन करने श्रद्धालु आज सुबह से ही अस्सी स्थित जगन्नाथ मंदिर में जुटने लगे