प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज देश को नया संसद भवन समर्पित कर दिया है। उद्घाटन से पहले पीएम मोदी ने नए संसद भवन का निर्माण करने वाले श्रमिकों को शॉल पहनाकर सम्मानित किया और इस दौरान उन्हें स्मृति चिन्ह भी सौंपे। उद्घाटन समारोह से पहले पीएम मोदी ने ‘सेंगोल’ को दंडवत प्रणाम किया। इसके बाद प्रधानमंत्री मोदी ने नए संसद भवन में लोकसभा स्पीकर की कुर्सी के पास राजदंड ‘सेंगोल’ की स्थापना की। बता दें कि नए संसद भवन में इसकी स्थापना से पहले पीएम मोदी को आदिनम (हिंदू मठों के प्रमुख) द्वारा ऐतिहासिक ‘सेंगोल’ सौंपा गया था। अमृत काल के राष्ट्रीय प्रतीक के रूप में ‘सेंगोल’ को संसद भवन में स्थापित किया गया है। सेंगोल’ की स्थापना के बाद प्रधानमंत्री ने तमिलनाडु के विभिन्न आदिनम के संतों का आशीर्वाद भी प्राप्त किया। यह वही सेंगोल है, जिसे भारत के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने 14 अगस्त की रात अपने आवास पर कई नेताओं की उपस्थिति में स्वीकार किया था। नए संसद भवन का उद्घाटन समारोह वैदिक रीति-रिवाजों के साथ पारंपरिक ‘पूजा’ के साथ शुरू हुआ। पूजा के दौरान पीएम मोदी के साथ लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला भी मौजूद रहे। बताया जा रहा है कि पूजा के बाद गणमान्य लोग नए भवन में लोकसभा के कक्ष और राज्यसभा कक्ष के परिसर का निरीक्षण करेंगे पहले चरण में 7:30 से 8:30 बजे तक हवन और पूजा
8:30 से 9:00 बजे के बीच सेंगोल की स्थापना
9:00 बजे लोकसभा चैंबर्स में कार्यक्रम
संसद की लॉबी में 9:30 बजे प्रार्थना सभा
12:07 बजे राष्ट्रगान और 12:10 बजे राज्यसभा के उपसभापति का स्वागत भाषण
12:17 बजे से संसद पर दो फिल्मों की स्क्रीनिंग
12:29 पर उपराष्ट्रपति धनखड़ का संदेश, उसके बाद राष्ट्रपति का संदेश
12: 43 बजे लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला का भाषण
1:00 बजे प्रधानमंत्री खास सिक्का और मुहर जारी करेंगे
1:10 बजे पीएम मोदी का भाषण। उसके बाद डेढ़ बजे धन्यवाद प्रस्ताव।
इससे पहले पीएम नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को कहा था कि ‘सेंगोल’ को कांग्रेस ने उचित सम्मान नहीं दिया। पीएम ने नए संसद भवन का उद्घाटन करने से एक दिन पहले शनिवार को आदिनम (हिंदू मठों के प्रमुख) से भेंट की थी। आदिनम के बड़े समूह ने मंत्रोच्चार के बीच पीएम मोदी को सेंगोल सहित कई उपहार दिए