तपिश ने लोगों को इन दिनो बेहाल कर दिया है। पारा 41 पर पहुंचने से लोग परेशान हो उठे हैं। जहां सड़के दोपहर में सन्नाटा हो जा रहा हैं तो जरूरी काम से निकलने वाले भी एहतियात बरत रहे हैं। वहीं लू और गर्मी से होने वाली बीमारियों से पीड़ित होकर जिला अस्पताल खासी संख्या में लोग पहुंच रहे हैं। गर्मी बढ़ने के साथ ही लोग तेजी से बीमारी की चपेट में आ रहे हैं। कोई सर्दी जुकाम और बुखार से पीड़ित है तो किसी को सांस फूलने की समस्या है। मंडलीय जिला अस्पताल की ओपीडी में पिछले कई दिनों से एक हजार से अधिक मरीज पहुंच रहे हैं। सोमवार को मंडलीय जिला अस्पताल में मरीजों की लंबी कतार लगी रही। पिछले एक सप्ताह से जिले का तापमान घट-बढ़ रहा है। कभी 39 डिग्री तो कभी 40 से 41 डिग्री तापमान रहा। यदि देखा जाए तो 14 मई से लेकर अब तक 40 डिग्री तापमान से नीचे नहीं आया। किसी दिन 40 तो किसी दिन 41 डिग्री तापमान रहा। सोमवार को अधिकतम तापमान 41 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 26 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। तापमान बढ़ने के कारण डायरिया, सर्दी जुकाम और बुखार के मरीजों की संख्या बढ़ गई। मौसम में बदलाव के कारण लोग बीमार पड़ रहे हैं। मौसम में बदलाव आने से शहर से लेकर देहात तक लोग बड़ी संख्या में जुकाम, खांसी और बुखार की चपेट में आ रहे हैं। फिजीशियन डा. एके मिश्रा ने बताया कि इस समय मौसम में तेजी से बदलाव आ रहा है। ऐसे में कुछ बातों को ध्यान में रखकर खुद को बीमार होने से बचाया जा सकता है। कभी-कभी सुबह शाम मौसम में नमी होती है। जिससे बीमार होने की आशंका बनी रहती है। साफ सफाई का विशेष ध्यान रखें। इम्यूनिटी स्ट्रॉन्ग करने वाले खाद्य पदार्थों का इस्तेमाल करें। मौसमी फलों और सब्जियों का इस्तेमाल करें। तला-भुना खाना खाने से बचें।
ब्यूरो रिपोर्ट अमित खरवार