बस्ती जिले की हर्रैया पुलिस के हाथ एक बड़ी सफलता लगी है। पुलिस ने वाहन चेकिंग के दौरान एक ट्रक से कुल 49,747 शीशी खांसी का सिरप बरामद की है। इसमें फेसेडिल और इस्कफ नामक कफ सीरप शामिल है। इसकी कीमत लगभग 90 लाख रुपये आंकी गई है। इसके साथ ही ट्रक में 240 बोरी प्याज भी बरामद हुआ है।
यह है पूरा मामला
हर्रैया थाने के प्रभारी निरीक्षक शैलेश कुमार सिंह ने बताया कि 28 मार्च की रात साढ़े आठ बजे वह पुलिस टीम के साथ संदिग्ध वाहनों की चेकिंग कर रहे थे। इसी दौरान फोरलेन पर स्थित गजानन ढाबा के निकट ट्रक चालक व उसमें बैठे दो लोग पुलिस को देखकर अंधेरे का फायदा उठाकर ट्रक छोड़कर भाग निकले। शक होने पर ट्रक की जांच की गई तो उसमें लदे प्याज की बोरियों के नीचे गत्ते में कुछ दवा की शीशी दिखाई दी।
इस पर ड्रग्स इंस्पेक्टर बस्ती एवं ड्रग्स इंस्पेक्टर सिद्धार्थनगर की निगरानी में ट्रक में लदे गत्ते को उतरवाकर चेक कराया गया तो फेसेडिल कफ सिरप का 9752 शीशी व इस्कफ की 39,995 शीशी कुल मिलाकर 49,747 शीशी बरामद की गई। मामले में थाना हर्रैया पर एनडीपीएस व धारा औषधीय एवं सौंदर्य प्रसाधन अधिनियम 1940 की धारा के तहत वाहन स्वामी लालमन प्रताप सिंह निवासी अमन शहीद, जिला हमीरपुर व दो अन्य अज्ञात के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर ट्रक को एमवी एक्ट में सीज कर दिया गया।
नशे के रूप में भी प्रयोग किया जाता है यह खांसी सिरप
प्रभारी निरीक्षक ने बताया कि बरामद कफ सिरप में कोडीन फास्फेट नाम पदार्थ मिला है। इसका प्रयोग नशे के रूप में भी किया जाता है। बरामद सिरप अवैध रूप से ले जाया जा रहा था। गाड़ी में इसका कोई कागज भी नहीं मिले। सिरप के सैंपल विधि विज्ञान प्रयोगशाला वाराणसी व ड्रग विभाग के लखनऊ लैब में भेजा जा रहा है, जिसमें जांच से पता चलेगा कि सिरप असली है या नकली।
गिरफ्तारी न होने से कई सवालों के जवाब मिलने बाकी
आरोपितों की गिरफ्तारी न होने से सिरप कहां से कहां ले जाया रहा था इसका पता नहीं चल सका। पुलिस को इतनी आसानी से चकमा देकर भाग निकलने की बात भी लोगों को हजम नहीं हो रही है। प्रभारी निरीक्षक ने बताया कि आरोपितों की गिरफ्तारी का प्रयास किया जा रहा है। उनके पकड़े जाने पर ही संबंधित सवालों का जवाब मिल सकेगा। बरामदगी करने वाली पुलिस टीम में प्रभारी निरीक्षक के अलावा महिला निरीक्षक अनीता यादव, वरिष्ठ उप निरीक्षक सुरपति त्रिपाठी, उप निरीक्षक मनोज कुमार दुबे, हेड कांस्टेबल रामेश्वर पाण्डेय, कांस्टेबल विश्वजीत विश्वकर्मा शामिल रहे।