नगर कोतवाली क्षेत्र के डासना गेट में पक्की मोरी के पास शुक्रवार शाम एलपीजी सिलेंडर से भरा ई-रिक्शा पलट गया। हादसे में एक बच्ची की मौत हो गई, जबकि उसकी छोटी बहन घायल हो गई। हादसे के बाद आरोपित चालक मौके से भाग गया। ई-रिक्शा पर नेहरूनगर स्थित कमला गैस एजेंसी का नाम लिखा था, लेकिन नंबर गायब था। लोगों का आरोप है कि ई-रिक्शा में 17 सिलेंडर भरे हुए थे, जो इसकी क्षमता से अधिक थे। इसीलिए समतल रास्ता होने के बाद भी ई-रिक्शा पलट गया।
मौसी की सगाई के लिए आई थीं बच्चियां
पक्की मोरी पर रहने वाले आमिर कुरैशी ने बताया कि रविवार को उनकी छोटी बहन जीनत की सगाई समारोह होना था। दिल्ली के आजादनगर में रहने वाली बड़ी बहन आसिफा समारोह के लिए बृहस्पतिवार को अपनी छह वर्षीय अलीना और साढ़े तीन वर्षीय आइशा के साथ उनके घर आई थी। शुक्रवार शाम साढ़े चार बजे दोनों भांजियां घर के बाहर खेल रही थीं। आपूर्ति के लिए आया ई-रिक्शा उनके घर के पास ही अनियंत्रित होकर पलट गया। हादसे में अलीना सिलेंडरों के नीचे दब गई, जबकि आइशा भी इसकी चपेट में आई। अलीना का सिर फट गया था और खून देखकर आरोपित चालक मौके से फरार हो गया।
खुशियों की जगह पसरा मातम
स्वजन दोनों को जिला एमएमजी अस्पताल ले गए, जहां चिकित्सतों ने अलीना को मृत घोषित कर दिया। आइशा अभी भी डरी हुई है। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा है। आमिर ने बताया कि घर में खुशियों का माहौल था। ई-रिक्शा चालक की लापरवाही से यह मातम में बदल गया। छोटी बहन की सगाई का कार्यक्रम भी आगे के लिए टाल दिया है।बिना पंजीकरण घूम रहे ई-रिक्शा
बिना पंजीकरण वाले ई-रिक्शा पर कार्रवाई के दावे हजार होते हैं। बावजूद इसके ट्रैफिक पुलिस और आरटीओ इन ई-रिक्शा पर लगाम नहीं लगा पा रहे। बच्चियों को कुचलने वाला ई-रिक्शा गैस एजेंसी के लिए आपूर्ति करता था। इस पर भी पंजीकरण नंबर नहीं पड़ा था।
डीसीपी नगर निपुण अग्रवाल ने बताया कि बच्ची के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। अज्ञात चालक के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। ई-रिक्शा स्वामी और चालक की पहचान कर आगे की कार्रवाई की जाएगी।