मध्य प्रदेश के विदिशा जिले में खेलते समय 60 फीट गहरे बोरवेल में गिरे बच्चे लोकेश की मौत हो गई है। बताया जा रहा है कि 24 घंटे तक चले रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद बच्चे को निकाला गया था। जिसके बाद मेडिकल टीम उसे लटेरी अस्पताल लेकर पहुंची। यहां चिकित्सकों ने जांच के बाद बच्चे को मृत घोषित कर दिया। विदिशा के कलेक्टर उमाशंकर भार्गव ने इसकी पुष्टि की है।
राज्य सरकार ने किया मुआवजे का एलान
विदिशा के कलेक्टर उमा शंकर भार्गव ने बताया कि हमने अपनी ओर से पूरी कोशिश की, लेकिन अफसोस है कि हम बच्चे को बचा नहीं पाए। सीएम ने भी दुख व्यक्त किया और बच्चे के परिवार के लिए 4 लाख रुपये की आर्थिक मदद की घोषणा की है। हम दोषियों के खिलाफ निश्चित रूप से कार्रवाई करेंगे।
बोरवेल में गिरा था 8 साल का बच्चा
बता दें कि विदिशा में 8 साल का बच्चा एक बोरवेल में गिर गया था, जिसकी गहराई 60 फीट थी। इसके बाद से ही SDRF की तीन और NDRF की एक टीम ने मौके पर पहुंच बचाव कार्य शुरू किया। इस दौरान बच्चे तक ऑक्सीजन की सप्लाई पहुंचाई गई और आज उसे निकाला गया। हालांकि, अस्पताल पहुंचने के बाद डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
24 घंटे तक चला था रेस्क्यू ऑपरेशन
दरअसल, 8 वर्षीय लोकेश विदिशा जिले की लटेरी तहसील के ग्राम आनंदपुर के पास स्थित खेरखेड़ी पठार के पास एक खेत में खेल रहा था। इस दौरान बच्चा खेत में खुले पड़े बोरवेल में अचानक गिर गया। बच्चे को बोरवेल से निकालने के लिए प्रशासन की टीम ने रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया गया था। इससे पहले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी बच्चे को बचाने के लिए चलाए जा रहे राहत और बचाव अभियान को लेकर अधिकारियों से बात की थी।