अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर दिव्यांग प्रकोष्ठ भारतीय जनता पार्टी की ओर से दिव्यांग महिला सम्मान समारोह शक्ति स्वरूपा सम्मान का आयोजन श्रीमती प्रेमा देवी सभागार, रविंद्र पुरी, लंका वाराणसी में आयोजित किया गया। जिसमें प्रो. मंगला कपूर (एसिड अटैक पीड़िता) पूर्व प्रोफेसर काशी हिंदू विश्वविद्यालय, राज्य पुरस्कार से सम्मानित। मुन्नी कसेरा (दृष्टिबाधित) शिक्षिका प्राथमिक विद्यालय, राज्य पुरस्कार विजेता। वंदिता चौबे (अस्थि दिव्यांग) एम. ए, बी.एड़.,गोल्ड मेडलिस्ट। राजश्री जोशी (अस्थि दिव्यांग) कंप्यूटर ऑपरेटर, नगर निगम। सावित्री देवी (अस्थि दिव्यांग) आंगनवाड़ी कार्यकत्री, जन विकास समिति की स्वैच्छिक कार्यकर्ता व राज्य प्रकार पुरस्कार से सम्मानित को स्मृति चिन्ह एवं अंग वस्त्रम प्रदान कर सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम को मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित करते हुए श्रीमती मीना चौबे, सदस्य, महिला आयोग, उत्तर प्रदेश सरकार ने कहा कि दिव्यांग बहनों को सम्मानित कर में स्वयं को गौरवान्वित महसूस कर रही हूंँ, सरकार दिव्यांगजन विशेषकर दिव्यांग बहनों के उत्थान के लिए कटिबद्ध है। यदि दिव्यांग बहनों के उत्पीड़न की शिकायत मिलती है तो उस पर त्वरित कार्यवाही की जाती है।
इस अवसर पर प्रदेश समन्वयक दिव्यांग प्रकोष्ठ भारतीय जनता पार्टी उत्तर प्रदेश दिव्यांग बंधु डॉ उत्तम ओझा ने कहा कि हमारी संस्कृति महिलाओं को शक्ति स्वरूपा माना गया है इसलिए दिव्यांग बहनों का सम्मान करना हम लोगों का सौभाग्य है, माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी की प्रेरणा से काशी में इस तरह का सम्मान समारोह पहली बार आयोजित किया जा रहा है प्रधानमंत्री जी खुद महिलाओं खासकर दिव्यांग बहनों के प्रति बहुत ही संवेदनशील है।
प्रदेश के प्रसिद्ध बाल रोग विशेषज्ञ एवं महानगर अध्यक्ष दिव्यांग प्रकोष्ठ भाजपा ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि कार्यक्रम में जिन दिव्यांग महिलाओं को सम्मानित किया गया है उन्होंने अपने अदम्य साहस, धैर्य एवं कठिन मेहनत के बल पर समाज में अपने आपको एक रोल मॉडल के रूप में साबित किया
अतिथियों का स्वागत पीएमसी हॉस्पिटल की प्रसिद्ध स्त्री रोग विशेषज्ञ व समाज सेविका डाँ श्वेता चौरसिया तथा अतिथियों का धन्यवाद ज्ञापन क्षेत्रीय संयोजक, दिव्यांग प्रकोष्ठ, भाजपा श्री भावेश सेठ व कार्यक्रम का संचालन मनोवैज्ञानिक डॉ मनोज तिवारी ने किया।
कार्यक्रम में मुख्य रूप से ओम तिवारी, कैलाश कपूर, रोहित यादव, निकिता, प्रमोद, सुरेंद्र कुमार सिंह ने अपना योगदान दिया