#गोल्डी बराड़ के नाम से मंदिर के पूर्व प्रधान को जान से मारने की धमकी#

कुख्यात गैंगस्टर गोल्डी बराड़ का नाम लेकर रमदास स्थित मंदिर श्री ठाकुर द्वारा के पूर्व प्रधान राजीव कुमार को जान से मारने की धमकियां देने के आरोप में पुलिस ने केस दर्ज किया है। पुलिस ने काल की जांच के बाद कनाडा बैठे अरविंदर सिंह और रमदास निवासी गुरप्रताप सिंह के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। रमदास के वार्ड नंबर -एक निवासी राजीव कुमार ने पुलिस को बताया कि वह साल 2013 से 2016 तक मंदिर श्री ठाकुर द्वारा में बतौर प्रधान सेवा कर चुके हैं।
मंदिर के थड़े को लेकर उक्त आरोपितों को एतराज है और कई बार झगड़े भी हो चुके हैं। उन्होंने मंदिर के थड़े को बचाने के लिए सिविल अदालत में केस भी दायर कर रखा है और इसे लेकर अब गवाहियां पूरी होने वाली हैं। पूर्व प्रधान ने आरोप लगाया कि केस वापस लेने को लेकर उक्त आरोपित उसे जान से मारने की धमकियां दे रहे हैं। लेकिन वह केस वापस नहीं ले रहे। राजीव कुमार ने बताया कि 6 मार्च को उनकी पत्नी के मोबाइल पर काल रिसीव की गई।
काल करने वाले व्यक्ति ने पत्नी को धमकाया कि वह कुख्यात गैंगस्टर गोल्डी बराड़ का दोस्त बोल रहा है और केस वापस ले ले। पत्नी ने घर बुलाकर उन्हें सारी बात बताई। जब उन्होंने काल की रिकार्डिंग सुनी तो उन्हें पता चला कि काल करने वाला अरविंदर सिंह और इस समय वह कनाडा में बैठा है। उन्होंने तुरंत घटना और काल रिकार्डिंग की पुलिस की जानकारी दी।

वहीं दूसरी इंसाफ के लिए मसीही समुदाय ने लगाया उपवास धरना
जागरण संवाददाता, अमृतसर: जिला तरनतारन के चर्च में हुई बेअदबी को लेकर पंजाब सरकार गंभीर नजर नहीं आ रही है, क्योंकि आज इतने महीने बीतने के बाद भी मसीही समुदाय को न्याय नहीं मिल पाया है। कैथोलिक चर्च के मसीही नेता सुखजिंदर गिल ने बताया कि शनिवार को चंडीगढ़ चर्च में उपवास रखकर धरना लगाया गया है। उन्होंने बताया कि 31 अगस्त 2022 को बेअदबी की वारदात हुई थी, जिसे लगभग सात महीने बीत जाने के बाद भी पुलिस द्वारा किसी शख्स को गिरफ्तार तक नहीं किया है।
हम पंजाब सरकार से अपील करते हैं कि तरनतारन के चर्च में हुई बेअदबी के मामले को हल करवाते हुए आरोपितों को सजा दिलाई जाए। यदि ऐसा नहीं होता है, तो मजबूरन मसीही समुदाय को सड़कों पर उतरना पड़ेगा। राज्य के मुख्यमंत्री भगवंत मान को चाहिए कि मामले में हस्तक्षेप करते हुए मसीही समुदाय को इंसाफ दिलाया जाए। हरदीप रंधावा।