


दशहरा या विजयदशमी हिंदुओं के प्रमुख त्योहारों में से एक है। हिंदू पंचांग के अनुसार, आश्विन मास के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि को दशहरा मनाया जाता है। इसे विजयादशमी के नाम से भी जानते हैं। इस साल यह त्योहार आज यानी 15 अक्टूबर, शुक्रवार को मनाया जा रहे हैं। कहा जाता है कि रावण दहन के साथ व्यक्ति बुराइयों का अंत करके अच्छाइयों की ओर बढ़ने की कोशिश करता ।सूर्यास्त के बाद ह करना चाहिए रावण दहन, जानिए महत्व और रावण दहन का शुभ समय माना जाता है। दशहरा या विजयदशमी हिंदुओं के प्रमुख त्योहारों में से एक है। हिंदू पंचांग के अनुसार, आश्विन मास के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि को दशहरा मनाया जाता है। इसे विजयादशमी के नाम से भी जानते हैं। इस साल यह त्योहार आज यानी 15 अक्टूबर, शुक्रवार को मनाया जा रहे हैं। कहा जाता है कि रावण दहन के साथ व्यक्ति बुराइयों का अंत करके अच्छाइयों की ओर बढ़ने की कोशिश करता है। इसलिए दशहरा पूजा भी सूर्यास्त के समय या बाद में की जानी चाहिए।
रावण दहन का महत्व-
रामायण के अनुसार, लंकापति रावण के अंत होने के साथ ही इस दिन का विशेष महत्व है। कहते हैं कि दशहरे के दिन व्यक्ति अपनी बुराइयों को खत्म करता है। कहते हैं कि रावण दहन से रोग, दोष, शोक, संकट और ग्रहों की विपरीत स्थिति से मुक्ति मिलती है। दशहरा के दिन रावण दहन इसलिए ही जरूरी माना जाता है। पार्षद संजय सिंह ने शिप्रा सन सिटी रॉयल टावर पार्क में कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें मुख्य अतिथि इंदिरापुरम सीओ अभय कुमार मिश्रा रहे। उन्होंने कोरोना योद्धाओं को सम्मानित किया जिसमें डॉक्टर स्मृति इंदिरापुरम प्रभारी उसकी टीम को भी सम्मानित किया गया इस मौके पर आरडब्ल्यूए अध्यक्ष विंदा चावडे आलोक कुमार, अंशुमन सिंह, परविंदर सिंह, राकेश राय, धर्मेंद्र सिंह, पिंटू तोमर, पियूष मिश्रा, आरएन राय आदि लोग मौजूद रहे।

