#दहेज देने में असमर्थ पिता का दुख नहीं झेल पाई बेटी, फांसी लगाकर दी जान; लड़के और उसकी मां पर केस दर्ज#

दहेज ने एक और बेटी की जिंदगी लील ली। दहेज देने में असमर्थ पिता का दुख बेटी बर्दाश्त नहीं कर पाई और उसने घर में ही फंदे से लटकर जान दे दी।

मामला धैया लाहबनी रोड निवासी संजय राय की पुत्री के आत्महत्या से जुड़ा है। मृतका के भाई श्रीकांत राय ने पुलिस को बयान दिया है कि उसकी बहन नंदनी के खुदकुशी का कारण घर की आर्थिक तंगी है। उसकी बहन की शादी तय थी।

भाई के अनुसार वर पक्ष ने शादी से पहले सात लाख नगद और एक मारुति कार की मांग की थी। बगैर दहेज के शादी की तारीख नहीं दे रहे थे। जबकि शादी के लिए जब दोनों पक्षों के बीच बातचीत हुई थी, उस वक्त लड़का पक्ष की ओर से कोई डिमांड नहीं किया गया था।

पिछले साल 22 फरवरी को मेमको मोड़ स्थित गायत्री मंदिर में उसकी बहन की सगाई हुई थी। नंदनी की शादी साहिबगंज नेताजी कालोनी निवासी प्रभु नारायण मंडल से तय हुई थी। लड़के के पिता नहीं थे, उसकी मां ही घर की प्रमुख सदस्य थी।

दहेज के चक्कर में तय समय पर नहीं की शादी
परिजनों के अनुसार सगाई के लिए लड़का और उसकी मां धनबाद आई थी तो उन्होंने सोने की चेन और अंगूठी मांग की। जिसके बाद उन्हें सोने की चेन दिया गया। वहीं, मई 2022 में शादी होनी थी लेकिन उस डेट पर लड़के वालों ने शादी नहीं की।

19 फरवरी 2023 को लड़की के पिता संजय राय, मौसेरा भाई अश्वनी कुमार और फूफा परमानंद मंडल के साथ साहिबगंज प्रभु नारायण मंडल और उसके परिवारवालों से बात करने गए। जिस पर लड़का और उसकी मां ने शादी से पहले सात लाख नगद व एक मारुति कार की मांग की। यह कहा कि दोनों मांगे पूरी होने के बाद ही शादी की तारीख तय होगी।

भाई ने बताया कि आर्थिक परेशानी के कारण एक मुस्त इतने पैसे जुटाना मुश्किल था। इसलिए वह और उसके परिवार के कुछ सदस्यों ने इसकी जानकारी घर पर फोन कर मां को दी। यह बात उसकी बहन नंदनी को भी पता चली। जिसके बाद उसने फांसी लगा ली।
लड़के और उसकी मां पर केस दर्ज
धनबाद पुलिस ने मृतका के भाई के बयान पर प्रभुनारायण मंडल और उसकी मां के खिलाफ आत्महत्या के लिए प्रेरित करने की धारा में मुकदमा दर्ज किया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।