राजेसुल्तानपुर थाने से आठ सौ मीटर दूर एक युवक का खून से लथपथ शव शनिवार की सुबह बरामद हुआ। मृतक के स्वजन हत्या कर शव फेंके जाने का आरोप लगा रहे है। वहीं पुलिस घटना को दुर्घटना का स्वरूप देने में जुटी है। पुलिस की कार्यशैली से नाराज ग्रामीणों व स्वजन ने राजेसुलतानपुर बाजार में जहांगीरगंज-राजेसुल्तानपुर रोड जाम लगा दिया है। पुलिस व प्रशासनिक अधिकारी ग्रामीणों के समझाने में जुटे है।
पड़ोसी गांव में निमंत्रण में शामिल होने गया था युवक
स्थानीय बाजार का निवासी अमित सोनकर शुक्रवार की रात पड़ोसी गांव राजेपुर में उपेंद्र के घर आयोजित निमंत्रण में शामिल होने पैदल गया था। देर रात तक जब युवक नहीं लौटा तो स्वजन ने उसकी खोजबीन शुरू की, लेकिन उसका कहीं पता नहीं चल सका। स्वजन निमंत्रण स्थल पर भी गए थे। वहां से उसके निकल जाने की बात बताई गई। शनिवार की सुबह थाने से आठ सौ मीटर दूर गोपालपुर बाग स्थित सड़क किनारे शव पड़े होने की सूचना स्वजन को मिली। मौके पर पहुंचे स्वजन ने मृतक की पहचान अमित के रूप में की।
स्वजन बता रहे हत्या, पुलिस दुर्घटना बनाने पर तुली
घटना को संदिग्ध मानते हुए स्वजन और ग्रामीणों ने हत्या की आशंका जताई। हालांकि पुलिस इसे हादसा बताने लगी। इस विरोधाभास के बीच बढ़ते आक्रोश को देखते हुए पुलिस शव को लेकर थाने पहुंच गई। यहां स्वजन का आरोप है कि पुलिस ने तहरीर बदलवा दी और हत्या की आशंका को दुर्घटना मानते हुए तहरीर लिखवा दी। थानाध्यक्ष जेपी सिंह ने बताया कि घटना की बारीकी से पड़ताल की जा रही है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही स्थिति स्पष्ट हो पाएगी।
आक्रोशित ग्रामीणों ने लगाया जाम
बाजार पहुंचे ग्रामीण व स्वजन ने जहांगीरगंज-राजेसुल्तानपुर मार्ग जाम कर दिया। ग्रामीणों ने हत्या का मुकदमा दर्ज कर आरोपियों की गिरफ्तारी किए जाने की मांग की है। स्वजन व ग्रामीणों का आरोप है कि पुलिस बिना परिवार की सहमति के मृतक के शव को थाने पर उठा लाई। जाम की सूचना पर पहुंचे पुलिस अधिकारी दोबारा तहरीर बदलने की बात कह लोगों को शांत करने में जुटे है।