प्रयागराज जिले के नैनी के औद्योगिक क्षेत्र के मवैया गांव में चार साल की मासूम बेटी सौम्या को उसकी ही मां ममता यादव ने कुएं में फेंक दिया था। पति से छुटकारा पाने के लिए मां कातिल बन गई। मामले में पुलिस ने हत्यारन मां ममता को गिरफ्तार करते हुए बच्ची की हत्या का पर्दाफाश किया तो सभी लोग हतप्रभ रह गए। पहले पुलिस को भी यकीन नहीं हुआ लेकिन जब उसने ससुराल वालों की कहानी बताई तो सच सामने आ गया।
घटना के वक्त महिला ने पुलिस को दिया था ये बयान
मवैया गांव संजय यादव विद्युत विभाग में लाइनमैन के पद पर कार्यरत है। वर्ष 2017 में उसकी शादी निबिया गांव निवासी ममता यादव के साथ हुई थी। इसके बाद उनके घर में बच्ची का जन्म हुआ, जिसका नाम सौम्या रखा गया था। वह पहली कक्षा में पढ़ रही थी। 10 फरवरी 2023 की रात बच्ची घर में नहीं मिली तो परिवार वाले खोजबीन में जुट गए। अगले दिन सौम्या का शव घर के बाहर कुएं में मिला था। उस वक्त ममता ने पुलिस को बताया गया कि बच्ची को दस्त आ रही थी और धोखे से कुएं में गिर गई थी। मगर पुलिस को उनके बयान पर संदेह हुआ।
इस बात को लेकर पति से छुटकारा पाना चाहती थी ममता
सौम्या के चाचा पवन कुमार की तहरीर पर मुकदमा कायम कर पुलिस ने जांच शुरू की तो चौंकाने वाली बात सामने आई। पता चला कि मां ने ही अपनी बेटी को जिंदा कुएं में फेंका था। इंस्पेक्टर संजीव चौबे का कहना है कि ममता ने कुछ माह पहले सलवार सूट पहन लिया था , जिसके बाद उसके परिवार में झगड़ा शुरू हो गया था। ममता बार- बार उलाहना देती थी कि बच्ची न होती तो वह पति से छुटकारा पाती और दूसरी जगह चली जाती।