गजक रेवड़ी और कंबल बांटकर मनाई गई खुशियां

पूरे देश में लोहड़ी के त्यौहार की धूम रोहिणी इलाके में आर एस रोहिणी एजुकेशन एंड चैरिटेबल सोसायटी द्वारा लोहड़ी के अवसर पर गजक रेवड़ी और कंबल बांटकर मनाई गई खुशियां सभी को दी मकर सक्रांति और नववर्ष के साथ-साथ लोहड़ी के त्यौहार की बधाई सोसायटी के सदस्यों का कहना हर साल इसी तरीके से मिलजुल कर मनाते हैं लोहड़ी का त्यौहार.

तिलकुट का झाड़ा किसका यह लाइने तो आप नहीं कई बार लोहड़ी के त्यौहार के दौरान सुनी होंगी मान्यता है कि लोहड़ी की लव में तिल से बनी हुई सामग्री को डालकर पूजा की जाती है जिसके बाद दिल के चटकने के साथ-साथ जाड़े के मतलब ठंड के जाने की शुरुआत भी हो जाती है इसी लोहड़ी के त्यौहार को रोहिणी इलाके में आर एस रोहिणी एजुकेशन एंड चैरिटेबल सोसायटी के सदस्यों द्वारा मिलजुल कर मनाया गया जिसके लिए उन्होंने इलाके में कंबल रेवड़ी गजक तिल से बने हुए सामान वितरण किए निशुल्क कैंप लगाया गया जिसमें इसी तरीके के सामग्रियों का वितरण किया गया और संस्था के सदस्यों का कहना है कि वह हर साल इसी तरीके से मिलजुल कर लोहड़ी का त्यौहार मनाते हैं साथ-साथ मकर सक्रांति और नववर्ष की भी सभी को बधाई दी और अनेकता में एकता का संदेश देते हुए उन्होंने सभी वर्ग के लोगों को एकजुट कर लोहड़ी का त्यौहार मनाया और सामग्री बाटी