श्री हरि कथा के दूसरे दिन भगवान शिव के प्रसंग की हुई प्रस्तुति

आजमगढ़ दिव्य ज्योति जागृति संस्थान के तत्वाधान में दिनांक 26 दिसंबर से 30 दिसंबर ,दोपहर 2:00 बजे से सायं 5:00 बजे तक जज्जी का मैदान, जिला आज़मगढ़ में पांच दिवसीय श्री हरि कथा का भव्य आयोजन किया गया है । कथा के दूसरे दिवस में साध्वी सुश्री पीताम्बरा भारती जी ने भगवान शिव का प्रसंग प्रस्तुत किया। भगवान शिव जिनके श्रृंगार से आध्यात्मिक संदेश प्राप्त होते हैं ।भगवान शिव के मस्तक पर बक्र चंद्रमा भगवान के प्रकाश रूप का प्रतीक है। एक हाथ में डमरु अनहद नाद का प्रतीक है , एक हाथ में त्रिशूल भगवान के अव्यक्त नाम का प्रतीक है जटाओं से गंगा का निकलना अमृत का प्रतीक है । अर्थात भगवान शिव का श्रृंगार ब्रह्मा ज्ञान का संकेत और संदेश प्रदान करता है। सतगुरु हमारे जीवन में आता है चार पदार्थों का अनुभव शिष्य के अंतर्गत में ही करा देता हैं।श्री आशुतोष महाराज जी समस्त वेद शास्त्र पर आधारित चार पदार्थ का ज्ञान प्रदान करते हैं अर्थात ईश्वर दर्शन प्रदान करने।मंचासीन स्वामी प्रबुधानंद जी, सुषमा जी, अनसुईया जी , योगेश सर्वेश जी ने कार्यक्रम को भजन संकीर्तन से आये हुई भक्तो को मंत्रमुग्ध किया। कार्यक्रम के मुख्य आयोजक सिद्धार्थ राम सिंह भाजपा नेता ,दया शंकर सिंह,बृजेन्द्र पांडेय बादल उपाध्याय, पंकज पाठक, इंद्रेश राय, आशा वर्मा, जानकी सिंह,नीतू सिंह, आनंद जायसवाल , उपस्थित होकर दीप प्रज्वलन किया।कार्यक्रम का प्रारंभ वैदिक मंत्रों व समापन मंगल आरती के द्वारा किया गया।

संवाददाता अमित खरवार