सुशासन सप्ताह ‘‘प्रशासन गांव की ओर’’ की कार्यशाला का जिलाधिकारी ने किया शुभारम्भ

प्रतापगढ़। शासन के निर्देशों के तहत दिनांक 19 दिसम्बर से 25 दिसम्बर के मध्य सुशासन सप्ताह ‘‘प्रशासन गांव की ओर’’ की कार्यशाला का क्षेत्रीय ग्राम्य विकास संस्थान अफीम कोठी के सभागार में आयोजन किया गया, कार्यक्रम का शुभारम्भ जिलाधिकारी डा0 नितिन बंसल ने दीप प्रज्वलित कर किया। इस मौके पर जिलाधिकारी ने अधिकारियों को सम्बोधित करते हुये कहा कि यह कार्यक्रम बहुत ही महत्वपूर्ण है, इस कार्यक्रम के दौरान राजस्व एवं विकास कार्यो के अधिकारीगण ग्रामीण क्षेत्रों में चौपाल लगाकर लोगों की समस्याओं को सुने और उसका निस्तारण करें। उन्होने कहा कि आईजीआरएस में प्राप्त होने वाले शिकायतों का अधिकारीगण गुणवत्ता के साथ समय से निस्तारण सुनिश्चित करेगें। उन्होने अधिकारियों से कहा कि यदि हम गांव की समस्याओं का हल करेंगें और योजनाओं को उन तक पहुॅचायेगें तो देश विकसित भी होगा और जो सुशासन का संकल्प है वह सफल होगा। हमारा प्रयास यहीं होना चाहिये कि हम जब गांव मे जायें और यदि कोई भी व्यक्ति हमारे पास आये तो उसकी समस्या को गम्भीरता से सुने और उसका निदान करें। उन्होने कहा कि यदि हम गांव-गांव जाकर या चौपाल लगाकर जनसामान्य की शिकायतों का निस्तारण करें, शासन की योजनाओं का पात्र व्यक्तियों तक लाभ पहुॅचायेगें तो थाना दिवस, सम्पूर्ण समाधान दिवस, जनसुनवाई, मुख्यमंत्री हेल्प लाइन, आई0जी0आर0एस0 पर जनसामान्य की शिकायतें कम होने लगेंगी। शासन की मंशा के अनुरूप नागरिकों को अच्छी से अच्छी सुविधा प्रदान की जाये। इस अवसर पर जिलाधिकारी ने सुशासन पर विस्तृत जानकारी देते हुये कहा कि सुशासन के लिये लोगों के हितों को ध्यान में रखते हुये कार्य किये जाने चाहिये। उन्होने कहा कि सुशासन सुनिश्चित करने के लिये लोगों की भागीदारी भी आवश्यक है। सरकार द्वारा उपलब्ध करायी जा रही विभिन्न आनलाइन सर्विस की जानकारी लोगों तक पहुॅचाना आवश्यक है ताकि लोग इन सेवाओं का उचित लाभ उठा सके। उन्होने अधिकारियों से कहा कि ग्रामीणों के सतत् विकास के दृष्टिकोण को पूरा करने के लिये, योजनाओं को वास्तविक रूप से निचले स्तर पर रहने वाले लोगों की जरूरतों और इच्छाओं को ध्यान में रखना चाहिये और एक पारदर्शी, प्रभावी और जवाबदेह तरीके से नवीनतम तकनीकी साधनों के माध्यम से लागू किया जाना चाहिये। उन्होने विभागीय अधिकारियों से कहा कि विभागीय योजनाओं का सफल क्रियान्वयन करें, चौपाल के माध्यम से लोगों को योजनाओं की जानकारी दें और उन्हें लाभान्वित करें। उन्होने अधिकारियों को निर्देशित किया समय से कार्यालय में आकर जनमानस की समस्याओं का समाधान करें तथा क्षेत्र भ्रमण भी करें, किसी भी व्यक्ति को किसी प्रकार की समस्या न हो।
इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी (वि0/रा0) त्रिभुवन विश्वकर्मा एवं मुख्य राजस्व अधिकारी राकेश कुमार पटेल ने सुशासन सप्ताह के सम्बन्ध में विस्तृत जानकारी दी और अधिकारियों से कहा कि गांव गांव में जन समस्याओं को सुनें, उसका निराकरण करायें और योजनाओं का लाभ पात्र व्यक्तियों तक पहुॅचाये जिससे सुशासन सप्ताह ‘‘प्रशासन गांव की ओर’’ का कार्यक्रम सफल हो सके। कार्यशला में प्रजेन्टेशन के माध्यम से जिला समाज कल्याण अधिकारी राजीव कुमार ने राष्ट्रीय वृद्धावस्था पेंशन की उलब्धियों, उपजिलाधिकारी कुण्डा सतीश चन्द्र त्रिपाठी द्वारा तहसील कुण्डा अन्तर्गत शासन की मंशा के अनुरूप रोजगार सृजन व सुशासन का संक्षिप्त विवरण क्रमशः करापवंचन पर प्रभावी रोकथाम के लिये की गयी कार्यवाही, बालू, गिट्टी, मोरंग के अवैध परिवहन पर प्रभावी रोकथाम के लिये की गयी कार्यवाही, रोजगार सृजन व राजस्व सुनिश्चत किये जाने हेतु समयबद्ध कार्यवाही, गंगा एक्सप्रेसवेज परियोजना से रोजगार व क्षेत्र का विकास आदि पर जानकारी दी गयी। मुख्य चिकित्साधिकारी डा0 जी0एम0 शुक्ला द्वारा ई-कवच के सम्बन्ध में विस्तृत जानकारी, डिजिटल हेल्थ एप्लीकेशन, कोविड-19 आदि की सम्बन्ध में जानकारी प्रदान की गयी। ई-डिस्ट्रिक मैनेजर पुष्पेन्द्र द्वारा आईजीआरएस पोर्टल पर प्राप्त होने वाले शिकायतों के निस्तारण की विस्तृत जानकारी, डीसी मनरेगा इन्द्रमणि त्रिपाठी द्वारा ग्राम पंचायतों में अमृत सरोवर के निर्माण कार्यो, खण्ड विकास अधिकारी लालगंज अश्वनी द्वारा पहाड़पुर लालगंज में बने गौ अभ्यारण केन्द्र (गौशाला) की उपलब्धियों पर प्रकाश डाला और बताया कि इस गौशाला में 1731 गोवंश संरक्षित है और उनके चारा, पानी आदि की समुचित व्यवस्थायें है।
कार्यशाला में मुख्य विकास अधिकारी ईशा प्रिया, परियोजना निदेशक डीआरडीए आर0सी0 शर्मा, जिला विकास अधिकारी ओम प्रकाश मिश्र, जिला अर्थ एवं संख्याधिकारी राजेश कुमार सिंह, जिला पंचायत राज अधिकारी रविशंकर द्विवेदी सहित अन्य जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित रहे।
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जिला सूचना कार्यालय प्रतापगढ़ द्वारा प्रसारित