-शिक्षक-कर्मचारी अधिकारी पेंशनर अधिकार मंच ने निकाली बाइक रैली
-कहा, संघर्ष के बूते लेकर रहेंगे अपना अधिकार, जारी रहेगी लड़ाई
-संगठनों के पदाधिकारियों ने सरकार पर लगाया उपेक्षा का आरोप
आजमगढ़: शिक्षक-कर्मचारी अधिकारी पेंशनर अधिकार मंच के प्रांतीय नेतृत्व के आह्वान पर मंगलवार को कर्मचारियों, शिक्षकों, शिक्षामित्रों व अनुदेशकों ने पुरानी पेंशन बहाली सहित विभिन्न मांगों को लेकर बाइक रैली निकाली। मंच के जिलाध्यक्ष अभिमन्यु यादव के नेतृत्व में बाइक रैली डीएवी इंटर कालेज से निकल कर रैदोपुर चौराहा, हुए स्टेट बैंक, नरौली, पीडब्ल्यूडी आफिस, बवाली मोड़ चौराहा, विकास भवन नेहरू हाल होते हुए कलेक्ट्रेट के समक्ष पर समाप्त हुई।
मंच के संरक्षक और माध्यमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष बृजेश राय ने बताया कि सरकार ने शिक्षकों की पुरानी पेंशन को समाप्त करके शिक्षकों एवं कर्मचारियों के साथ अन्याय किया है। अधिकार मंच अपने संघर्ष के बूते पुरानी पेंशन बहाल करके ही दम लेगा। सचिव अरविद कुमार ने कहा कि 2019 में राजस्व परिषद की संस्तुति के बाद भी वेतन उच्चरण का आदेश आज तक निर्गत नहीं हुआ। राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के अध्यक्ष रविद्र प्रताप श्रीवास्तव ने कहा कि नई पेंशन कोई भी नहीं है, यह अधिकार हमारा है। यदि नई पेंशन इतनी अच्छी होती तो एमपी और एमएलए क्यों नहीं लेते। मंडलिक मंत्री अतुल कुमार सिंह ने कहा कि शिक्षक व कर्मचारियों की उपेक्षा कतई बर्दाश्त नहीं की जाएगी। हरिहर सिंह, प्रवीण राय और कृष्ण कुमार उपाध्याय ने एक सुर में कहा कि जब तक पुरानी पेंशन बहाल नहीं होती तब तक संगठन चुप नहीं बैठेगा। संगठन के वरिष्ठ उपाध्यक्ष विजय कुमार सिंह एवं हृषिकेष मिश्र ने कहा कि सरकार तानाशाही रवैया अपना रही है। संजय कुमार पांडेय, दुर्गा प्रसाद राय, प्रकाश नारायण अकेला, अवधेश त्रिपाठी, अनिल तिवारी, आशुतोष सिंह, चंद्रभान यादव आदि ने संबोधित किया। रैली में सीनियर बेसिक, डिप्लोमा इंजीनियर, मातृ शिशु आइसीडीएस,आइआइटी संघ, पीडब्ल्यूडी, लेखपाल संघ, ग्राम विकास अधिकारी संघ, सफाई कर्मचारी, एपीओ संघ, सिचाई विभाग, डीआरडीए, ग्राम पंचायत अधिकारी, राजस्व संग्रह अमीन संघ, कलेक्ट्रेट विभाग सहित समस्त कर्मचारी संगठनों के पदाधिकारी थे।