भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी की जिला कॉउंसिल ने आज उत्तर प्रदेश के बलरामपुर जिले में प्रदर्शन किया। सरकार विरोधी नारे लगाते हुए भाकपा के कार्यकर्ताओं का हुजूम जिला कलेक्टर कार्यालय परिसर पहुंचा। जहां पर उन्होंने जिलाधिकारी के माध्यम से राज्यपाल को संबोधित 18 सूत्रीय ज्ञापन सौंपा। इस दौरान भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी की जिला काउंसिल ने सरकार को चेताने का काम किया कि बाढ़ और सूखे के द्वारा लोगों को जिस तरह के आर्थिक सहायता का वादा किया गया था। वह अभी तक नहीं मिला है। भाकपा के कार्यकर्ता योगी सरकार और केंद्र सरकार की तमाम नीतियों से खासे नाराज नजर आए। इस बाबत उन्होंने जिला मजिस्ट्रेट कार्यालय में जमकर नारेबाजी की और अपना विरोध दर्ज करवाया। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के जिला काउंसिल के प्रमुख कामरेड हाजी नब्बन खान ने कहा कि उत्तर प्रदेश और केंद्र की सरकार ने लगातार बढ़ती महंगाई, भ्रष्टाचार और अव्यवस्थाओं के कारण स्थिति बद से बदतर होती जा रही है। लगातार गरीबों मजदूरों व अन्य वर्गों का शोषण किया जा रहा है। पीएम मोदी कहते थे कि अगर हमारी सरकार आई तो हम अच्छे दिन लाएंगे। लेकिन आज तक ऐसा कुछ नहीं हुआ। ना तो 15 लाख रुपए का वादा पूरा हो सका और ना ही अच्छे दिन का वादा इस सरकार ने पूरा किया। बलरामपुर जिले में बाढ़ और सूखे की समस्या से किसान जूझ रहा है।आज खाने की चीजें महंगी हो रही है। किसानों को ना तो उनके नुकसान का मुआवजा मिल रहा है। ना ही जो सरकार की कल्याणकारी नीति होनी चाहिए उसका फायदा मिल पा रहा है। हम लोगों ने इस सरकार को चेताने के लिए आज जिला कलेक्ट्रेट कार्यालय में अपना विरोध प्रदर्शन दर्ज करवाया है। हमने अपने 18 सूत्रीय मांगों को लेकर राज्यपाल को संबोधित एक ज्ञापन जिलाधिकारी को दिया है। हम शासन से अपेक्षा करते हैं कि वह ज्ञापन में बताए गए तमाम मुद्दों की ओर अपना ध्यान केंद्रित करेगी और हर सामान्य व्यक्ति को सामाजिक न्याय दिलाने की कोशिश को आगे बढ़ाएगी।
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