आजमगढ़। भोजन करते समय रविवार की रात अचानक कच्चा मकान पूरी तरह बारिश के बाद ध्वस्त हो गया। इस हादसे में पुत्र और बहू बाल- बाल बचे तो वहीं मलबे में दबकर वृद्धा की मौत हो गई।वहीं दूसरी ओर मेंहनगर थाना क्षेत्र के बंतरिया पुरवा में पशुशाला धराशाई हो गई।
शुक्रवार की सुबह से शुरू बारिश कच्चे मकान में रहने वालों की जान पर भारी पड़ने लगी है। रानी की सराय थाना क्षेत्र के सेमरहा सैदपुर गांव में रविवार की रात में बारिश के दौरान कच्चा मकान ध्वस्त हो गया और उसके मलबे में दबकर वृद्धा की मौत हो गई, जबकि पुत्र और बहू बाल-बाल बच गए।
सेमरहा सैदपुर गांव में राजभवन राम की मां फिरती देवी (60) पत्नी स्व. नान्हू कच्चे मकान के एक हिस्से में रविवार की रात में लगभग दस बजे भोजन कर रही थीं, जबकि दूसरे हिस्से में अन्य लोग भोजन करने बैठे थे।बारिश के बीच अचानक मकान ध्वस्त हो गया।मकान गिरने पर राजभवन व उनके बच्चे पत्नी बाहर निकलकर चिल्लाने लगे। शोर सुनकर ग्रामीण दौड़ पड़े, लेकिन जब तक मलबे से निकालते वृद्धा ने दम तोड़ दिया। सूचना मिलते ही पुलिस पहुंची और शव का पंचनामा बनाकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
इसी तरह मेंहनगर थाना क्षेत्र के मानपुर गांव के बंतरिया पुरवा में बारिश के चलते रविवार की रात एक बजे पशुशाला धराशाई हो गई। हादसे में पशु तो बाल-बाल बच गए, परंतु पशुशाला के गिर जाने से पशुओं के रहने की समस्या उत्पन्न हो गई है। पीड़ित शैलेश यादव ने बताया कि पशुशाला गिरने से उसमें रखा भूसा व गेहूं सहित हजारों का सामान दबकर नष्ट हो गया। एक भैंस व दो गाय दब गई थीं, जिसे गांव वाले मिलकर बाहर निकाले। हालांकि, सूचना मिलने के बाद प्रशासन की तरफ से मौके पर कोई भी अधिकारी नहीं पहुंचा था।