सावधान! रांची में मौत बनकर घूम रही हैं स्कूल बसें, चालकों का नहीं होता वेरिफिकेशन, कई लोगों की हो चुकी है मौत
रांची। शहर की सड़कों पर चलते वक्त सावधानी बरतना बहुत जरूरी है क्योंकि थोड़ी सी चूक होने से बड़ी दुर्घटना हो सकती है। आजकल शहर के हर इलाके में स्कूल बसें मौत बनकर दौड़ रही हैं। हर इलाके में दुर्घटना होने की खबरें लगातार सामने आ रही हैं। लेकिन स्कूल प्रबंधन, पुलिस, जिला प्रशासन कोई भी सचेत नहीं हो रहा है। लालपुर इलाके में कुछ दिन पहले संत थामस स्कूल की बस का ब्रेक फेल हो गया था।
बस में बच्चे सवार थे। ब्रेक फेल होते ही चालक और खलासी मौके से बस को छोड़कर फरार हो गए। मौके पर मौजूद लोगों ने बस को किसी तरह से रोक दिया, नहीं तो बड़ी घटना घट सकती थी। बस स्टाप पर चालकों को पहुंचने की काफी जल्दी रहती है। इस वजह से वह बस को लापरवाही से चलाते हैं। चौक चौराहे पर पुलिस जवान मौजूद रहते हैं लेकिन उनके द्वारा चाचालकों का नहीं होता वेरिफिकेशन
स्कूल बस के चालकों का वेरिफिकेशन भी खानापूर्ति के रूप में किया जाता है। इसकी सबसे बड़ी लापरवाही तब सामने आई जब सदर पुलिस ने एक स्कूल बस के चालक जोहान को गिरफ्तार कर जेल भेजा था। इसके अलावा जांच में कई बार खुलासा हो चुका है कि स्कूल बस का चालक नशे में था। इसके अलावा, कुछ दिन पहले दुष्कर्म के एक आरोपित के भी बस चलाने की खबर सामने आई थी लकों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जाती है।
हाल के दिनों में हुई़ बड़ी घटनाएं
24 फरवरी: मेन रोड में रतन चौक के समीप स्कूल बस की टक्कर से एक बाइक सवार गंभीर रूप से जख्मी हो गया था। मौके पर मौजूद लोग उग्र हो गए थे। लेकिन कुछ लोगों ने मामला शांत करा दिया था।
13 मई: नगड़ी थाना क्षेत्र में चलती बस में आग लग गई थी। टेंडर हार्ट के स्कूल बस में चालक-खलासी मौजूद थे। दोनों चलती बस से कूदकर फरार हुए थे। कई वाहन बस की चपेट में आने से बाल बाल बचे थे।
12 जून: अशोक नगर गेट नंबर टू के पास डीएवी कपिलदेव की बस और स्कूटी में टक्कर हो गई। स्कूटी सवार को गंभीर चोट लगी थी। मौके पर मौजूद लोगों ने बस चालक के साथ मारपीट करने का प्रयास किया था।
17 मार्च: हरमू रोड में स्कूल बस ने नगर निगम की महिला कर्मचारी को धक्का मार दिया था। महिला की इलाज के बाद मौत हो गई थी।इसके बाद लोग उग्र हो गए थे। लेकिन पुलिस ने मामले को शांत कराते हुए लोगों को अपने घर भेज दिया था।
14 मई: धुर्वा में जवाहर विद्या मंदिर श्यामली की स्कूल बस डिवाइडर पर चढ़ गई थी। इस दौरान कई वाहन चालक बाल बाल बच गए थे। बस को डिवाइडर से हटाने के लिए पुलिस ने क्रेन बुलाई थी, तब जाकर स्थिति सामान्य हुई थी।
25 जुलाई: अरगोडा के कडरू ओवरब्रिज पर संत जेवियर्स स्कूल की बस की टक्कर से एक महिला आशा पांडे की मौत और बेटा घायल हो गया था।
स्कूल बसों में सुरक्षा के ये हैं मानक
बसों की खिड़कियों पर राड लगा होना चाहिए।
बस के दरवाजे में लाक लगा हो।
स्पीड गवर्नर का क्रमांक नंबर अंकित करना होगा।
सह चालक बस में लगी अग्निशमन मशीन के संचालन का प्रशिक्षण लिया है या नहीं।
जीपीएस और सीसीटीवी कैमरे की व्यवस्था हो। lबस चालक का नाम और पता दरबाजे पर अंकित हो।
बस का नंबर पीले रंग के नंबर प्लेट पर लिखा हो।
चालक का पुलिस सत्यापन कराया गया हो।
चालक का लाइसेंस नंबर हो।
बस के दोनों तरफ स्कूल का नाम अंकित होना चाहिए।
बस चालकों का ब्योरा, फोन नंबर बस के अंदर और बाहर दोनों तरफ अंकित हो।
स्कूल बैग रखने के लिए सीट पर स्थान हो।
फिटनेस और परमिट दुरुस्त होनी चाहिए।
साथ ही अन्य सुविधाएं उपलब्ध होनी चाहिए।