खाकी पर सवाल: तीन महीने बाद भी बालिका गृह की किशोरियों को तलाश नहीं पाई पुलिस, धीमी पड़ी खोजबीन
25 अगस्त की रात नेकपुर मोहल्ले के बालिका गृह से दो किशोरियां संदिग्ध परिस्थितियों में लापता हो गईं थीं। दूसरे दिन सुबह बालिका गृह के कर्मचारियों को इसकी जानकारी हुई तब उन्होंने उच्चाधिकारियों को इसकी सूचना दी थी।
बदायूं के नेकपुर मोहल्ले के बालिका गृह से लापता दोनों किशोरियों का तीन महीने बाद भी कोई सुराग नहीं लगा है। किशोरियों की तलाश में पुलिस ने कई जगह दबिश दी है लेकिन अब तक उनका पता नहीं चला है।
25 अगस्त की रात नेकपुर मोहल्ले के बालिका गृह से दो किशोरियां संदिग्ध परिस्थितियों में लापता हो गईं थीं। दूसरे दिन सुबह बालिका गृह के कर्मचारियों को इसकी जानकारी हुई तब उन्होंने उच्चाधिकारियों को इसकी सूचना दी थी। इस मामले में वॉर्डन की ओर से अज्ञात के खिलाफ एफआईआर दर्ज है। इसकी मजिस्ट्रेट जांच भी कराई गई। कर्मचारियों की लापरवाही सामने आने पर बीते दिनों बालिका गृह को बंद करा दिया गया। अन्य किशोरियों को दूसरे जिलों के बालिका गृहों में शिफ्ट कर दिया गया
दोनों किशोरियों की तलाश के लिए सिविल लाइंस थाने की एक टीम लगाई थी। शुरुआत में पुलिस ने कई जगह उन्हें तलाश किया लेकिन जैसे-जैसे समय बीतता गया पुलिस की तलाश ढीली पड़ गई। तीन माह से ज्यादा समय हो चुका है लेकिन अब तक किशोरियों का कोई सुराग नहीं लगा है। इंस्पेक्टर राजेश कुमार ने बताया कि किशोरियों की तलाश चल रही है।