कानपुर में भाजपा नेता के भाई की शादी में हर्ष फायरिंग में बाउंसर की मौत, सात बार मिस्टर कानपुर रहे सादिक
एक बार मिस्टर यूपी और सात बार मिस्टर कानपुर (शारीरिक सौष्ठव प्रतियोगिता के विजेता) रहे मोहम्मद सादिक की हर्ष फायरिंग के दौरान गोली लगने से मौत हो गई। वह बाउसंर का काम करते थे और शुक्रवार रात टाटमिल चौराहे के पास रायल गार्डन लान में भाजपा नेता के भाई की शादी में पहुंचे थे।
रोक के बावजूद भी शादी के दौरान फायरिंग होने से पुलिस की कार्यशैली पर सवालिया निशान लग रहे हैं। मीरपुर छावनी निवासी 35 वर्षीय मो. सादिक जिम संचालक भी थे। भाई साजिद ने बताया कि शुक्रवार को हरबंशमोहाल के सुतरखाना निवासी भाजपा नेता रामजी गुप्ता के छोटे भाई रजत की शादी टाटमिल स्थिल रायल गार्डन लान से थी। शादी में रूस से आईं डांसरों की सुरक्षा के लिए बाउंसर बुलाए गए थे और उसमें सादिक भी पहुंचे थे।
शादी में मौजूद लोगों ने बताया कि रात करीब 12 बजे डीजे पर डांस के दौरान हर्ष फायरिंग भी हो रही थी। इसी बीच गोली सीधे सादिक के सिर पर जाकर लगी जिससे वह मौके पर गिर पड़े। पुलिस ने उसे एलएलआर अस्पताल पहुंचाया जहां डाक्टरों ने बताया कि उनकी मौत हो गई है।
रेलबाजार थाना प्रभारी प्रदीप कुमार सिंह ने बताया कि पुलिस को 12:20 बजे घटना की सूचना दी गई थी। गोली किसने चलाई यह गेस्ट हाउस के सीसीटीवी फुटेज के जरिए पता कराकर रिपोर्ट दर्ज की जाएगी। यह भी जानकारी सामने आ रही है कि साथी बाउंसर की चलाई गोली ही सादिक को लगी है।हर्ष फायरिंग को लेकर सख्ती के दावे हवा-हवाई
हर्ष फायरिंग को लेकर पुलिस प्रशासन की सख्ती के दावे हवाई साबित हो रहे हैं। सहालगें शुरू हो चुकी हैं अगर हर्ष फायरिंग पर सख्ती से रोक नहीं लगायी गयी तो कई लोगों की जान जा सकती है। शुक्रवार देर रात हुआ हादसा इसी का नतीजा है।
रायल गार्डन में जिस समय हर्ष फायरिंग हुई लोग डीजे पर डांस कर रहे थे जबकि रात 10 बजे के बाद डीजे बजाने पर प्रतिबंध है। पुलिस की लापरवाही के चलते डीजे बजता रहा। अगर रात 10 बजे ही डीजे बंद करवा दिया तो शायद यह हादसा न होता।हर्ष फायरिंग ने एक हंसते खेलते परिवार को उजाड़ दिया। मो.सादिक परिवार का मजबूत सहारा और कमाने वाला था जिम चलाने के साथ ही वह शादी समारोह में अतिरिक्त आय के लिये बाउंसर का भी काम करता था।
पिता गुलजार की मौत के बाद वही पूरे परिवार की जिम्मेदारी संभाल रहा था। पुलिस सीसीटीवी फुटेज से आरोपित की शिनाख्त कर रही है। जिसके बाद आरोपित के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने के साथ ही शस्त्र लाइसेंस निलंबन की रिपोर्ट भेजेगी, अगर असलहा अवैध हुआ तो हत्या धारा में भी कार्रवाई हो सकती है।