आजमगढ़ अभी जलजमाव से उबरे भी नहीं थे फिर से शुरू हुई बारिश ने और बढ़ाई मुश्किलें

आजमगढ़। जनपद में हुए 10 दिन पहले बारिश की पानी अभी सूखा भी नहीं की फिर बारिश शुरू हो गई निचले हिस्से में अभी भी जलजमाव बना हुआ है आज भी जलजमाव की समस्या से जूझ रहे हैं। तमसा नदी से घिरे इस शहर के निचले इलाकों में बसी बड़ी आबादी जलजमाव की समस्या से आज भी जूझ रही है। अब तो पानी के सड़ांध ने प्रभावित लोगों का जीवन दूभर कर दिया है। जलनिकासी के लिए जिला प्रशासन द्वारा किए जा रहे प्रयास पूरी तरह नाकफी साबित हो रहे हैं। वहीं शुक्रवार की सुबह शुरू हुई बारिश ने लोगों की धुकधुकी फिर बढ़ा दी है। पूरे दिन हुई बारिश के चलते जलजमाव से प्रभावित इलाकों के लोगों की सांसें अटकी हुई हैं। शहर के निचले इलाकों में शामिल धर्मूनाला, अईनिया, एलवल बांध, कदम घाट, रैदोपुर कालीचौरा, रैदोपुर चांदमारी, राहुल नगर मड़या, बागेश्वरनगर, कोल पांडेय व कोल बाजबहादुर, प्रहलादनगर आदि इलाकों में रहने वाले लोग पिछले एक पखवारे से जलजमाव के चलते बेबस हैं। क्षमतावान लोग तो अपनी व्यवस्था सुनिश्चित कर चुके हैं लेकिन गरीब लोगों पर यह बारिश आफत लेकर आई है। न उनके पास धनसंचय है और ना ही संसाधन, जिससे वह पानी से बाहर निकल कर गुजर बसर कर सकें। प्रशासन द्वारा जलनिकासी के लिए किए गए उपाय नाकाफी हैं। हालांकि कई स्थानों पर पानी निकालने के लिए अस्थाई पंपों की व्यवस्था की गई है, लेकिन अभी जलभराव की समस्या जस की तस बनी हुई है। शुक्रवार को शुरू हुई बारिश ने रही-सही कसर भी पूरी कर दी। लगातार हो रही बारिश से बेबस लोग इस गंभीर संकट से निजात पाने के लिए अपने ईष्टदेव से प्रार्थना करते नजर आए। बारिश के चलते शहर क्षेत्र में जलस्तर भी बढ़ने लगा है। आपको बता दें कि पिछले दिनों मूसलाधार बारिश नहीं शहर समेत ग्रामीण अंचलों में भी भारी जलजमाव हो गया था निचले हिस्से में दो अभी भी पानी लगा हुआ है कई बार लोग पानी निकासी के लिए डीएम कों प्रार्थना पत्र भी दे चुके थे लेकिन पुनःबारिश होने से लोगों की सांसें अटक गई है