आज़मगढ़ ।
शुक्रवार की सुबह शुरू हुई बरसात एक ओर जहां सुरक्षित इलाकों में रह रहे लोगों को सुकून दे गई तो वहीं 15 दिन से जलमग्न मुहल्लों में रहने वालों की धड़कने तेज कर गया।सुबह बारिश से शहर के प्रह्लाद नगर, बागेश्वर नगर, कोलघाट, कोलपाण्डेय, कोल बाज बहादुर समेत आठ से अधिक मुहल्लो का जलस्तर बढ़ने लगा। 14 सितंबर से इन मुहल्लों में पानी जमा है। लगातार प्रयास के बावजूद पानी कम नहीं हो रहा है। मुहल्लों के लोगों ने कई बार प्रदर्शन भी किया। एक दर्जन पम्प लगातार पानी निकालने में लगे हैं लेकिन ज़्यादातर इलाकों में स्थिति जस की तस है। शहर की इस आबादी को अब तक बारिश के पानी से राहत नहीं मिल सकी है। शहरियो को डर सता रहा कि कहीं फिर तगड़ी बारिश हुई तो पानी और भर जाएगा। उधर, तेज हवा के साथ रिमझिम बारिश होने से बाली लगे धान की फसलें गिर गईं गई हैं। जानकारों की मानें तो अब इन धान की फसल के दाने हल्के हो जाएंगे। ऐसे में किसान भी मुश्किल में हैं। इधर, तमसा का जलस्तर भी लगातर बढ़ रहा है।
मौसम बदला, ठंड का एहसास
जिले में शुक्रवार की सुबह से ही तेज हवा के साथ रिमझिम बरसात शुरू हो गयी है। इससे ना केवल लोगों को गर्मी से राहत महसूस हो रहा, बल्कि लोगों को ठंड का भी एहसास करा रहा है। बारिश होने से सड़कें फिसलन युक्त हो गयी हैं। सड़कों की दशा यह है की अगर संभलकर न चलें तो कहीं भी गिर सकते हैं।