गंगा हाई फ्लड लेबल के नजदीक पहुंचने को बेताब है। यदि यही स्थिति रही तो गंगा का जलस्तर वर्ष 2016 के रिकॉर्ड को तोड़ सकता है। गायघाट गेज पर 2016 में गंगा हाई फ्लड लेबल 60.390 मीटर रिकार्ड किया गया था। शनिवार की शाम चार बजे यहां जलस्तर 59.210 मीटर पर था। गंगा का पानी आधा दर्जन गांवों में प्रवेश कर गया है। करीब दो दर्जन प्राथमिक व उच्च प्राथमिक विद्यालय के साथी ही तीन इंटर कॉलेज वह एक महाविद्यालय में बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया है।
बाढ़ की भयावह स्थिति का जायजा लेने शनिवार को उत्तर प्रदेश सरकार के जल शक्ति एवं बाढ़ नियंत्रण मंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने बलिया पहुंचे। गंगा नदी के जलस्तर में अचानक आई वृद्धि के कारण गंगा का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर बहने के कारण सीमावर्ती इलाकों में बाढ़ का पानी घुसने लगा है। अचानक आई इस बाढ़ की वजह से कई गांव प्रभावित हुए हैं।
वही जल शक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने दूबे छपरा, गायघाट सहित बाढ़ प्रभावित इलाको का निरीक्षण किया। साथ ही नाव में बैठकर पानी का जलस्तर भी देखा। उन्होंने बाढ़ पीड़ितों को हरसंभव मदद एवं प्रशासन की तरफ से राहत सामग्री जल्द से जल्द उपलब्ध कराने का निर्देश दिया।
पत्रकारों से वार्ता के दौरान उन्होंने बताया कि राजस्थान और मध्यप्रदेश में बेतवा तथा चंबल नदी का पानी छोड़ देने के कारण बलिया में गंगा का जलस्तर बढ़ गया है। प्रशासन की तरफ से बाढ़ पीड़ितों के लिए हर तरह की सुविधा उपलब्ध कराई गई है। उन्होंने जिलाधिकारी सौम्या अग्रवाल की प्रशंसा करते हुए कहा कि जबसे जिलाधिकारी जनपद में आई है, तब से उन्होंने हर क्षेत्र का दौरा किया है।
बाढ़ पीड़ितों के संबंध में उन्होंने बताया कि उनके लिए बाढ़ राहत शिविर स्थापित किए गए हैं। साथ ही बच्चों के अध्ययन में किसी प्रकार की समस्या न आए इसके लिए स्कूल भी चलाए जा रहे हैं। लोगों को भोजन, पानी, बिजली और स्वास्थ्य की सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं। मंत्री के साथ जिलाधिकारी सौम्या अग्रवाल, पुलिस अधीक्षक राजकरन नय्यर, मुख्य चिकित्सा अधिकारी, एसडीएम बैरिया और भाजपा जिलाध्यक्ष जयप्रकाश साहू उपस्थित रहे।