आज सुबह एफबी पर एक पोस्ट देखी थी #शाहनवाज़_अंसारी ने इनकी सिस्टर को ब्लड की ज़रूरत थी जो कि बनारस के (BHU) me एडमिट है मैंने देखी उसे देखी और अपने Facebook wall पर पोस्ट की मुझे अजान अली जी मुरादाबाद से है उनका मैसेज आया की उन्होंने 1 डोनर का arrenge कर लिया वो पहुंच ही रहे होंगे मैंने शाहनवाज जी जिनको ब्लड की zarurat थी फोन की बतया परेशान ना हो आप l
Suhail Ansari जो कि बनारस से 40 किलो मीटर से दूर रहते हैं उनको फोन गया इतनी दूर से फौरन निकले ब्लड देने को और वहाँ पहुँच गए ऐसे होते hai अल्लाह के बन्दे देने को तो पास लोकल में भी लोग दे सकते थे अगर चाहते तो बहाने भी कर सकते थे सोहेल जी पर ऐसा नहीं हुआ वो तत्काल आए ब्लड दीया l पिछले काफ़ी दिन से बोल रहे थे मेरा ब्लड डोनेट करवा देना आज शाहनवाज़_अंसारी की बहन को इन्होंने ब्लड डोनेट किया 40 दूरी तय करके बनारस आकर आए ब्लड डोनेट करके एक बहन चेहरे पर मुस्कान ले आय वाकई मदद करने वाले लोग बहाने नहीं बनाने बल्कि मदद करते ही हैं
शुक्रिया #अजान #अली #जी आपके जरिए यह हो पाया
और आपका भी बहोत बहोत शुक्रिया
सूहेल अंसारी जी आपका भी इसको कहते है लगन मदद करने की होते तो हजार है मददगार कोई एक होता है मन में हो लगन मदद की तो कोई बहाने नहीं होते कोई दूरियां नहीं रखती मायने दोनों भाइयों नें काफी दूर रहकर भी मिशाल पेश की है सच्चे इंसानियत की हमारी संस्था द्वारा सर्टिफिकेट से नवाजा जाएगा दोनों भाइयों को सैल्यूट मेरा l
आप भी आगे आए किसी की मदद को बेशक खुदा आपकी भी मदद करेगा 💐💐💐💐💐: