प्रकृति से ‘स्वस्ति-भव’ के आशीष की कामना

*छोटे बच्चों की प्रार्थना-सभा में वर्षा की मनुहार*
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मिर्जापुर। ग्रीष्म ऋतु की विभीषिका से तपती धरती के लिए राहत की कामना से नारायण-स्वरूप बच्चों ने आकाश की ओर हाथ कर सर्वशक्तिमान ईश्वरी-शक्तियों से प्रार्थना की कि तत्काल आसमान में काले बादल आएं तथा पानी बरसाएं।
सोमवार, 13 जून को गैबीघाट स्थित हनुमान एवं शिवमंदिर में बाल-प्रार्थना सभा का आयोजन हुआ। सर्वप्रथम मंदिर के पुजारी रामानुज दास के शिष्य कन्हैया कुमार ने अत्यंत छोटी उम्र के बच्चे से श्रीहनुमानजी के चरणों में माल्यार्पण कराया। इसके बाद सलिल पांडेय ने भारी संख्या में जुटे बच्चों और उनके अभिभावकों से प्रकृति की महत्ता के बारे में बताया तथा कहा कि मनुष्य प्रकृति की रक्षा करेगा तब बदले में प्रकृति भी ‘स्वस्ति-भव’ का भाव प्रदर्शित करेगी।
मंदिर में उपस्थित पुरोहित पं पिंटू शुक्ल, मंदिर के सेवक रूपेश यादव तथा पूजा मौर्य द्वारा ‘काले मेघा पानी दे…पानी दे गुड़धानी दे…धरती को रँगधानी दे..पानी दे जिंदगानी दे..’ कविता के माध्यम से प्रार्थना-गीत का उद्घोष कराया। बच्चे हाथ उठाकर एवं आसमान की ओर निहारते हुए शीघ्र वर्षा की प्रार्थना की।
इसके बाद युवा उद्यमी जलज नेत ने सभी बच्चों को टॉफी, लॉलीपॉप, बिस्किट दिया। कार्यक्रम के मुख्य आयोजक विजय निषाद ने बच्चों का उत्साहवर्द्धन किया। इस अवसर पर गुड्डू खाँ, दिलिप यादव , कन्हैया लाल निषाद मदारी मन्नू गुप्ता रवि निषाद राहुल साहनी अजय गुप्ता जय यादव विकास निषाद व अनेक भक्तगण उपस्थित थे।

*सलिल पांडेय, मिर्जापुर।*