व्यापारियों ने तीन घण्टे अपनी प्रतिष्ठान बंद कर जेल में बंद पत्रकारों के रिहाई की मांग को लेकर विरोध जताया
इंटरमीडिएट पेपर लीक मामले में बलिया जनपद के तीन पत्रकारों को खबर छापने पर बलिया जिला प्रशासन जेल भेज दिया जिसको लेकर 16 अप्रैल को रसड़ा नगर में भी
व्यापारियों ने तीन घण्टे अपनी प्रतिष्ठान बंद कर जेल में बंद पत्रकारों के रिहाई की मांग को लेकर विरोध जताया
संयुक्त पत्रकार संघर्ष मोर्चा के 16 अप्रैल को बलिया बन्द के समर्थन में पत्रकारों व्यापारिक संगठनों छात्र नेताओं विभिन्न दलों के नेताओं द्वारा बंदी में रसड़ा नगर में भी व्यापारियों ने तीन घण्टे अपनी प्रतिष्ठान बंद कर विरोध जताया।
विभिन्न संगठनों के व्यापारी नेता सुरेशचंद्र,विनोद शर्मा,बीर बहादुर, श्याम कृष्ण गोयल,सुभाष चंद साहू,व कांग्रेस नेता विशाल चौरसिया,आप पार्टी के नेता अमरीश चौबे, समाजसेवी कुंदन कनौजिया,के साथ साथ आलोक पांडेय,संतोष कुमार सिंह,शकील अहमद,मतलूब अहमद, शिवानन्द बागले,अखिलेश सैनी, अख्तर जमील,विनोद शर्मा,नेहाल अखतर,कृष्णा शर्मा,आशु खरवार, नेयाज अहमद,अजय कुमार निगम, आदि ने नगर भ्रमण व्यापारियों से बंद में सहयोग की अपील किया।
जिस पर व्यापारियों ने अपने अपने प्रतिष्ठानों को बंद कर बन्द का समर्थन किया। वही गांधी पार्क में पत्रकारों एवम व्यापारियों ने जमकर नारेबाजी भी किया।
हालांकि पुलिस प्रशासन ने अपने तरीके से बंद को असफल करने के लिए हर हतकण्डे अपनाया शुक्रवार की सांय प्रचार वाहन को डांट कर भगा दिया था।
नगर में तीन घण्टे बंदी पूर्णयत बन्द थी।
उधर बंद के समर्थन में तहसील में अधिवक्ताओ ने न्यायिक कार्य से विरत रह कर विरोध प्रदर्शन किया।
शिशिर कुमार श्रीवास्तव,गिरीश नारायण सिंह,सुनील मौर्या,अशोक कुमार,शिवानंद श्रीवास्तव,द्वारिका सिंह,आदि अधिवक्ताओ ने बैठक में विरोध जताते हुये चेताया कि अगर निर्दोष पत्रकारों पर तत्काल फर्जी मुकदमा वापस नहीं लिए गए तो अधिवक्ता समाज भी पत्रकारों के साथ इस आंदोलन में कूद जाएगा।
*न्यूज़ 9 भारत के लिए संवददाता आशु खरवार की रिपोर्ट*