#रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा गया दरोगा, जेल भेजा, निलंबित#

किए गए निलंबित, विभागीय जांच शुरू
कानपुर। विवेचना के दौरान नाम हटाने के लिए 20 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए कैंट थाने के दरोगा अभिनव चौधरी को एंटी करप्शन टीम ने सोमवार रात रंगे हाथों गिरफ्तार किया। मंगलवार दोपहर उन्हें जेल भेज दिया गया। डीसीपी साउथ दीपेंद्र नाथ चौधरी ने दरोगा को निलंबित कर उनके खिलाफ विभागीय जांच शुरू कर दी है।
जानकारी के मुताबिक, देवनगर के होजरी कारोबारी त्रिपुरेश मिश्रा ने 4 जनवरी को फतेहपुर के बिंदकी निवासी प्रत्युष कुमार सहित चार लोगों पर जालसाजी और रंगदारी का केस दर्ज कराया था। त्रिपुरेश ने आरोप लगाया था कि प्रत्युष ने कूट रचित दस्तावेजों के जरिए उनके बूढ़पुर मछरिया स्थित पैतृक मकान पर कब्जा करने की कोशिश की।

विवेचना के दौरान दरोगा अभिनव चौधरी ने प्रत्युष से नाम हटाने के लिए 20 हजार रुपये की रिश्वत मांगी। प्रत्युष ने इसकी शिकायत एंटी करप्शन टीम से की। टीम के निर्देश पर प्रत्युष ने दरोगा से संपर्क कर मुलाकात के लिए श्रीराम चौक तय किया। सोमवार रात रिश्वत लेते ही एंटी करप्शन टीम ने अभिनव को धर दबोचा। आरोपी दरोगा के खिलाफ कैंट थाने में मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी गई है।