#Haryana Crime: पोते ने दादा को कुल्हाड़ी से काटा, जमीन विवाद के बाद शख्स ने उठाया खौफनाक कदम; गिरफ्तार#

 कनीना उपमंडल के गांव चेलावास में एक पोते ने कुल्हाड़ी से हमला कर अपने दादा को मौत के घाट उतार दिया। कुल्हाड़ी से सिर पर वार करने से गंभीर हुए दादा को परिवार के अन्य सदस्यों ने उपचार के लिए उप नागरिक अस्पताल कनीना पहुंचाया, जहां चिकित्सकों ने मृतक घोषित कर दिया। परिजनों की सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर नागरिक अस्पताल कनीना पहुंचाया। शव का पोस्टमार्टम महेंद्रगढ़ से करवाने के लिए भेज दिया है। 

पुलिस को दी शिकायत में मृतक दयानंद के छोटे बेटे विनोद कुमार ने बताया कि वह पांच भाई हैं तथा वह सबसे छोटा है। शुक्रवार शाम करीब सात बजे वह अपने पिता को खाना खिलाकर दरवाजे के अंदर चारपाई पर लेटाकर स्वयं खाना खाने अंदर चला गया। इसी दौरान बड़े भाई का बेटा नरेंद्र अपने हाथ में कुल्हाड़ी लेकर आया तथा चारपाई पर लेटे पिता के सिर पर कई बार वार किए। 

अस्पताल पहुंचे तो डॉक्टरों ने किया मृत घोषित

शोर सुनकर वह आया तो नरेंद्र ने उस पर भी वार करना चाहा, लेकिन वह बच गया। जब वह मकान के बाहर उसके पीछे आया तो अन्य लोग भी हाथों में लोहे का रॉड लिए खड़े थे। इससे पहले भी उन्हें परिवार सहित खत्म करने की धमकी मिली थी। लहूलुहान हालत में वह अपने पिता को उप नागरिक अस्पताल कनीना लेकर पहुंचा तो चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया। इस संबंध में आरोपित नरेंद्र कुमार को गिरफ्तार कर लिया गया है। 

जमीन विवाद के चलते बुजुर्ग की हत्या

विनोद कुमार ने बताया कि उसके पिता दयानंद ने वर्ष 2004 में दो लोन एक दो लाख 68 हजार का तो दूसरा 50 हजार को लिया हुआ था और कुछ जमीन उनके ही नाम थी। इसी जमीनी विवाद के चलते उनकी हत्या कर दी है। हालांकि इस मामले में बताया जा रहा है कि परिवार का लोन की राशि चुकाने व जमीन के बंटवारे को लेकर विवाद चल रहा था। हालांकि पुलिस इस मामले में जांच कर रही है तथा अभी तक मामला दर्ज नहीं किया गया है।

 

क्या कहते हैं एसएचओ

शहर कनीना थाना प्रभारी रविंद्र कुमार ने बताया कि नरेंद्र कुमार को गिरफ्तार कर लिया गया है। उसने कुल्हाड़ी से अपने करीब 90 वर्षीय दादा के सिर पर वार किये। पुलिस घटनास्थल पर पहुंची और घायल को कनीना उप-नागरिक अस्पताल लेकर आई जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया है। उन्होंने भी जमीनी विवाद हत्या का कारण बताया। चूंकि फॉरेंसिक एक्सपर्ट महेंद्रगढ़ होने और कनीना अस्पताल में न होने के कारण पोस्टमार्टम महेंद्रगढ़ से करवाया गया है।