#अब्बू आज मेरा आखरी दिन है रोना मत अपना खयाल रखना#

जो केश किए हो वकील से कहकर वापस लेलो किसी से दुश्मनी मत लेना

UP मानव तस्करी की शिकार हुई शहजादी दुबई की जेल में बंद है। उस पर चार साल के बच्चे की हत्या का इल्जाम लगाकर फांसी की सजा सुनाई गई है। जेल की एक कोठरी से दूसरी कोठरी ले जाते वक्त शहजादी को एहसास हो गया कि आज उसका आखरी दिन है। जाते-जाते शहजादी ने उत्तर प्रदेश में रह रहे अपने बुजुर्ग माता-पिता को कल फोन लगाया और कहा, ‘अब्बू… मेरा समय खत्म हो गया है। अब दोबारा फोन कर पाऊंगी या नहीं, कुछ पता नहीं। शायद ये मेरा आखरी कॉल है और आखरी सलाम है। अब अगले जनम में मिलूंगी अब्बू!’ रुआंसी और दर्दभरी आवाज में इतना कहकर उसने फोन काट दिया। बेटी की इस तरह की बात सुनकर शहजादी के माता-पिता की रूह कांप उठी और मानो उनका कलेजा फट गया। उनका रो-रोकर बुरा हाल है। आड़े आ रही है गरीबी!दुबई में एक और भारतीय लड़की को फांसी की सजा मिली है। यूपी की रहनेवाली यह लड़की मानव तस्करों के चंगुल में फंसकर दुबई पहुंच गई थी। कलेजे के टुकड़े को वो बचाना चाहते हैं, लेकिन गरीबी ने जकड़ रखा है। आखिरी उम्मीद एक ही बची है और वह है भारत सरकार।बता दें कि शहजादी उत्तर प्रदेश के बांदा की रहनेवाली है। दुबई जाने से पहले वह सामाजिक संस्था ‘रोटी बैंक’ में काम करती थी। साल 2021 में उसका फेसबुक पर आगरा में रहनेवाले उज्जैर नामक शख्स के साथ संपर्क हुआ। उज्जैर ने उसे अपने प्रेम-जाल में फंसाया। शहजादी का चेहरा एक तरफ से बचपन में झुलस गया था। उज्जैर ने चेहरा सही करवाने के नाम पर उसे आगरा बुला लिया और इलाज के नाम पर नवंबर 2021 में दुबई भेजा और वहीं एक दंपत्ति के हाथों बेच दिया। शहजादी से दंपत्ति बहुत ज्यादा काम करवाते थे और परेशान करने लगे थे। उसने कई बार हिंदुस्थान लौट आने की सोची, लेकिन वह बुरी तरह फंस चुकी थी। उसे एक कमरे में बंद करके रखा जाता था, मारपीट की जाती थी और घर से बाहर निकलने नहीं दिया जाता था।तुम्हारा समय खत्म हो गया है शुक्रवार रात को शहजादी को कोर्ट के कैप्टन ने बताया कि तुम्हारा समय पूरा हो चुका है। तुम्हें 24 घंटे के अंदर फांसी दे दी जाएगी। कैप्टन ने उससे उसकी आखरी इच्छा पूछी। उसने माता-पिता से बात करने की ख्वाइश जताई। कल रविवार को शहजादी ने माता-पिता को फोन करके अपनी बात कही। उसने कहा, ‘आप लोगों को मुझे भूलना पड़ेगा। मुझे किसी से कोई शिकायत नहीं है। फोन कट जाएगा, उसके बाद आप लोग रोना मत।’4 महीने के बेटे की मौत जानकारी के मुताबिक, दंपति का एक 4 महीने का बेटा था, जो काफी बीमार रहता था। इस बीच बच्चे की मौत हो गई और इसका इल्जाम शहजादी पर लगा दिया गया। शहजादी को दोषी ठहराते हुए दुबई की अदालत ने फांसी की सजा सुनाई है।