#Gorakhpur Accident: गोरखपुर हादसे का CM योगी ने लिया संज्ञान, तस्वीरें देख कांप उठेगी रूह#

 मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुर में हुए सड़क हादसे का संज्ञान लिया। उन्होंने मृतकों के शोक संतप्त परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की है। मुख्यमंत्री ने घायलों को तत्काल अस्पताल पहुंचाकर जिला प्रशासन के अधिकारियों को उनके समुचित उपचार के निर्देश दिए हैं। इसके साथ ही घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की भी कामना की है। जिला प्रशासन के अधिकारियों को मौके पर पहुंचकर राहत कार्य में लगे हैं। 

पांच की हो चुकी है मौत

मोहद्दीपुर बिजली घर के सामने शुक्रवार की देर रात लगभग 11:45 बजे दो बाइक में जबरदस्त टक्कर हो गई। हादसे में पिता और दो बेटियों सहित पांच की मौत हो गई। जबकि पत्नी और एक बेटा घायल हैं। वहीं, एक अन्य बाइक सवार दुर्घटनाग्रस्त बाइकों से टकराने के बाद ट्रक से भिड़कर घायल हो गया। कैंट पुलिस ने तीनों को जिला अस्पताल पहुंचाया। हालत गंभीर देख चिकित्सकों ने मेडिकल कालेज रेफर कर दिया है।
हादसों को रोकने के लिए हर वर्ष प्रशासन, परिवहन, एनएचआइ, पीडब्लूडी और पुलिस बैठक करती है। ब्लैक स्पाट चिह्नित करती है और बंद करने को कहती है। लेकिन इन जगहों पर कि दुर्घटनाओं की संख्या में कोई कमी नहीं आती। वर्ष 2022 में दुर्घटनाओं की संख्या 848 थी तो 2023 में बढ़कर 935 हो गई। वहीं 2024 में अब तक 980 हादसे हो चुके हैं। इसमें मरने वालों की संख्या 345 है तो 604 लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं।
ये हादसे भी करीब-करीब उन्हीं 13 ब्लैक स्पाट पर हुए हैं, जिसे जिम्मेदार विभागों द्वारा पहले से चिह्नित कर उसे सही करने के लिए संबंधित विभागों ने वादा किया था। कुछ जगहों को छोड़ दिया जाए तो कहीं भी साइनेज बोर्ड, स्पीड लिमिट, रंबल स्ट्रिप्स, कैट आई, संकेतक के बोर्ड नहीं मिले। शुक्रवार की रात मोहद्दीपुर में हुआ हादसा भी जिम्मेदारों की लापरवाही का नतीजा रहा।
पीपीगंज के रावतगंज गोडवारी पुल के निकट गोरखपुर-सोनौली मार्ग पर, फोरलेन से मुुड़ने वाले जसवल मार्ग, बढ़या मार्ग के पास ब्लैक स्पाट है। गोरखपुर-देवरिया फोरलेन मार्ग पर स्थित रामनगर कड़जहां, फुटहवा इनार, तरकुलहा देवी मोड़, फुलवरिया मोड़ समेत फोरलेन से कटने वाले अन्य मार्गो पर कट बना हुआ है।

चंपा देवी पार्क मोड़ बना नया ब्लैक स्पाट

नौकायान मार्ग पर चंपा देवी पार्क के पास कट पर नया ब्लैक स्पाट बन गया है। यहां पर हर महीने दो से तीन दुर्घटनाएं होती है, जिसमें अधिकतर की मौत या गंभीर रूप से घायल होने का मामला सामने आता है। इस मार्ग पर बीच में बने डिवाइडर पर पौधे लगाएं गए हैं।

पौधों के बड़े हो जाने से और कट के पास स्पीड लिमिट नहीं होने से चंपा देवी पार्क मोड़, सर्किट हाउस मोड़ पर बायी लेन से अचानक वाहनों के मुड़ने से दूसरे लेन से आ रहे वाहनों की टक्कर हो जाती है।