बलिया। नरही में एक और वसूली कांड के बाद बड़ी कार्रवाई हुई है। दो आरोपी जवानों के निलंबन और मुकदमा दर्ज कराने के बाद थाने पर लंबे समय से जमे व अवैध गतिविधियों में संलिप्त 11 जवानों को लाइन हाजिर कर दिया है और पांच जवानों का गैर थाने पर स्थानांतरण किया है। अवैध वसूली कांड के बाद लंबे समय से थाने पर जमे कई जवानों का पशु व शराब तस्करों से संलिप्ता चल रही थी। हिस्ट्रशीटर रूदल यादव को बंधक बनाकर एक लाख रुपये की अवैध वसूली मामले के खुलासे के बाद पुलिस की टॉलरेंस नीति की कलई खुल गई। दोनो जवान पन्ने लाल के समय से थाने पर तैनात थे। एसपी ने सीओ सदर श्यामकांत से तमाम पहलुओं की जांच करवाने के बाद अवैध वसूली कांड के समय से जमे मुख्य आरक्षी, आरक्षी सहित अन्य जवानों की सूची तैयार कर करवाई कि है। बृहस्पतिवार की देर रात एसपी ने थाने पर लंबे समय से जमे 11 जवानों को लाइन हाजिर वह पांच जवानों को गैर थाने पर स्थानांतरण कर दिया। एसपी के सख्त तेवर के बाद विभाग में खलबली मची है। पुलिस अधीक्षक ने मुख्य आरक्षी राजकुमार सिंह, बालचनद्र सरोज, आरक्षी पवन चौबे, विशाल कुमार, राहुल मौर्य, निशांतु सोनकर, विभूति यादव, बलवीर सिंह, प्रत्युष कृष्णा, संतोष चौधरी व कोण्टाडीह चौकी पर तैनात वीर कुमार को लाइन हाजिर करते हुए पुलिस लाइन भेजा है। वहीं सीटीएस में तैनात श्रीराम यादव को खेजरी, राहुल कुमार को नगरा, पैरोपकार रजनीकांत यादव को खेजूरी, मुख्य आरक्षी बालचंद्र सरोज को पकड़ी, आशीष कुशवाहा को नगरा भेजा है। वहीं सपा ने पुलिस लाइन में तैनात मुख्य आरक्षी वीरेंद्र कुमार मोहम्मद शाकिर अनिल कुमार महेश शुक्ला प्रवीण कुमार मोहम्मद हबीब अनिल सरोज सोहन सिंह विनय तिवारी मिथिलेश कुमार रोहित कुमार को वह सीटीएस खेजरी में तैनात आरक्षित सुनील यादव नगर में इंद्रजीत यादव आरक्षी रिक्त देव को नगर से मुख्य रक्षण राम प्रवेश उपाध्याय पकड़ी से खेजरी थाने के पैरोकार आरक्षी सौरव कुमार को नही स्थानांतरण किया है। एसपी विक्रांत वीर ने आरक्षी को तत्काल प्रभाव से नई तैनाती स्थल पर कार्यभार ग्रहण करने का निर्देश दिया है।