#मुलायम सिंह यादव की पोती के हाथ होगी सपा की अगली कमान!#

प्रखर विशेष। समाजवाद की विचारधारा को लेकर मुलायम सिंह यादव ने समाजवादी पार्टी की स्थापना की तत्कालीन समाजवादी नेताओं चंद्रशेखर, विश्वनाथ प्रताप जैसे समाजवादी विचारधारा के नेताओं के साथ राजनीति का ककहरा सीखा और सबको दरकिनार करते हुए उन्होंने जिस तरह से समाजवादी पार्टी की कमान अपने बेटे अखिलेश यादव को सौंप दिया उसको लेकर उनके परिवार में विघटन की स्थिति भी उत्पन्न हो गई थी। मुलायम सिंह यादव के साथ हमेशा साए की तरह रहने वाले अखिलेश यादव के चाचा शिवपाल यादव ने अपनी दूसरी पार्टी भी बना लिया था। लेकिन अखिलेश यादव अभी से समाजवादी पार्टी की अगली कमान देने की तैयारी करते नजर आ रहे हैं जो गलती मुलायम सिंह यादव ने की अखिलेश उसे दोहराना नहीं चाहते हैं। सोशल मीडिया पर एक फोटो वायरल हो रहा है जिसमें वह अपनी बेटी अदिति को लेकर जम्मू कश्मीर के मुख्यमंत्री के शपथ ग्रहण समारोह में पहुंचे हैं। इसी फोटो को देखकर कयास लगाये जा रहे हैं कि जो अब तक अदिति अपनी मां डिंपल यादव के साथ दिखाई देती थी। वो लेकिन जम्मू कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला के शपथ ग्रहण समारोह में जिस तरह से अपने पिता के साथ नजर आ रही हैं उससे यह स्पष्ट हो गया है कि आने वाले समय में समाजवादी पार्टी का नेतृत्व अदिति यादव के हाथों में होगा। गौरतलब है कि समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला के शपथग्रहण समारोह में शामिल होने पहुंचे थे। इस दौरान वह राहुल गांधी, मल्लिकार्जुन खड़गे, फारुक अब्दुल्ला समेत देश के बड़े नेताओं के साथ बातचीत करते हुए दिखाई दे रहे हैं। इसी कार्यक्रम का यह फोटो अखिलेश यादव ने फोटो शेयर किया हैं, जिसको लेकर राजनीतिक गलियारों में चर्चा तेज़ हो गई है। दरअसल सपा मुखिया ने एक फोटो शेयर की, जिसमें उनकी बेटी अदिति यादव और बेटा अर्जुन यादव उनके साथ दिखाई दे रहे हैं। इसी फोटो को लेकर चर्चा का दौर चल रहा है। क्योंकि ऐसा दूसरी बार है कि जब अदिति यादव किसी राजनीतिक कार्यक्रम में दिखाई दे रही हों ।इससे पहले अदिति ने लोकसभा चुनाव के दौरान अपनी मां डिंपल यादव के लिए मैनपुरी में घर-घर जाकर छोटी-छोटी सभाएं की थीं और वोट मांगे थे। अखिलेश यादव के साथ वह पहली बार किसी राजनीतिक में दिख रही हैं। इसी फोटो को देख कर राजनीतिक समीक्षक का मानना है कि मुलायम परिवार की चौथी पीढ़ी भी राजनीति में आने के लिए तैयार है।