आजमगढ़। स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर नगर के शिब्ली महाविद्यालय में झंडारोहण के दौरान प्राचार्य अफसर अली द्वारा जेब में हाथ डालने के फोटो मामले की जांच के लिए मंगलवार को दोपहर मजिस्ट्रेटी टीम शिब्ली कालेज पहुंची। टीम द्वारा शिब्ली कालेज के प्राचार्य डा. अफसर अली का बयान दर्ज किया गया।
बता दें कि शिब्ली नेशनल महाविद्यालय में 15 अगस्त को झंडारोहण के दौरान प्राचार्य द्वारा एक हाथ से झंडे को सलामी दी जा रही है तो उनका दूसरा हाथ पैंट की जेब में है। भाजपा नेता रवि शंकर तिवारी द्वारा इसकी शिकायत शासन और प्रशासन से की गई। इस मामले में पहली जांच एएसपी सिटी शैलेंद्र लाल द्वारा की गई थी जिसमें उन्हें कुछ भी गलत नहीं मिला। तब शिकायतकर्ता भाजपा नेता ने मामले में मजिस्ट्रेटी जांच कराने की मांग की। जिस पर डीएम द्वारा तीन सदस्यीय टीम गठन कर जांच का निर्देश दिया गया। टीम में नायब तहसीलदार नगर, बीडीओ पल्हनी और बीईओ नगर को शामिल किया गया। जिलाधिकारी ने टीम को सात दिन के अंदर जांच कर आख्या प्रस्तुत करने का निर्देश दिया। नायब तहसीलदार के नेतृत्व में टीम मंगलवार को शिब्ली कालेज पहुंची। टीम, प्राचार्य डा. अफसर अली का बयान दर्ज कर वापस लौट गई।
इस बाबत प्राचार्य शिब्ली नेशनल कालेज के प्राचार्य अफसर अली ने मीडिया को बताया कि जांच टीम का पूरा सहयोग किया गया। उन्हें पूरी बात बताई गई। जहां तक जेब में एक हाथ डालने का सवाल है वह मानवीय भूल से हो गया। मैं स्वप्न में भी तिरंगे की अपमान की बात सोच नहीं सकता, करना तो दूर है। कुछ लोग साजिश के तहत इस तरह के मामले को तूल दे रहे हैं।