वाराणसी। बनारस रेलवे स्टेशन ने पूर्वोत्तर रेलवे के इतिहास में एक अनोखी पहल करते हुए किड्स जोन की शुरुआत की है, जिसे ‘रेल गाँव’ नाम दिया गया है। अब ट्रेन के इंतजार के दौरान बच्चों को बोरियत का सामना नहीं करना पड़ेगा, क्योंकि यहाँ उन्हें खेलने के साथ-साथ स्नैक्स का आनंद लेने का भी मौका मिलेगा। यह स्टेशन पूर्वोत्तर रेलवे का पहला ऐसा स्टेशन बन गया है, जिसने किड्स जोन स्थापित किया है।
मंडल रेल प्रबंधक विनीत कुमार श्रीवास्तव की प्रेरणा और वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक शेख रहमान की योजना के तहत, बनारस स्टेशन के प्लेटफार्म संख्या 8 की तरफ स्थित नंदी गार्डन में यह किड्स जोन विकसित किया गया है। निजी भागीदारी से स्थापित इस रेल गाँव में बच्चों के लिए ट्वाय ट्रेन, मिक्की माउस जम्पिंग, और टॉय कार जैसी मनोरंजन सुविधाएँ उपलब्ध हैं। इसके साथ ही बच्चों की पसंदीदा खाद्य सामग्री भी “मील ऑन व्हील” के माध्यम से यहाँ परोसी जाती है।
यह किड्स जोन न केवल स्टेशन पर यात्रा करने वाले बच्चों के लिए मनोरंजन का केंद्र बनेगा, बल्कि स्थानीय लोग भी अपने बच्चों के साथ यहाँ आकर इसका आनंद ले सकते हैं। नंदी गार्डन, जिसमें नैरो गेज का एक छोटा रेल इंजन, 100 फीट ऊँचा राष्ट्र ध्वज, और गोल तालाब का फव्वारा है, पहले से ही स्थानीय नागरिकों में काफी लोकप्रिय है। यहाँ लोग मार्निंग और इवनिंग वॉक, सेल्फी लेने और सोशल मीडिया के लिए रील्स बनाने के लिए आते हैं।
जनसंपर्क अधिकारी अशोक कुमार ने बताया कि यह किड्स जोन बच्चों के स्वास्थ्य और मनोरंजन के लिए बेहद लाभकारी साबित होगा, और यह कदम बनारस स्टेशन को आधुनिक और सिटी सेंटर के रूप में विकसित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रयास है।