निकिता को मिली साइकिल अब पढ़ाई होगी पूरी,घर घर काम कर माँ कराती है तीन पुत्रियों की पढ़ाई जीविकोपार्जन

*निकिता को मिली साइकिल अब पढ़ाई होगी पूरी,घर घर काम कर माँ कराती है तीन पुत्रियों की पढ़ाई जीविकोपार्जन*

*गरीबों की सेवा और परोपकार ही सबसे बड़ा धर्म का कार्य-*राजेश अग्रवाल असिस्टेंट कमिश्नर नगर निगम*

वाराणसी -गरीबों की सेवा ही सच्ची भगवत सेवा है।दुनिया में इंसानियत से बड़ा कोई धर्म नही होता।समाज के कमजोर तबके की भलाई के लिए यथा योग्य समर्थ लोगों को आगे आना चाहिए।दीनहीनों की भलाई करने वाले का ईश्वर मददगार होता है।यह बातें राजेश अग्रवाल असिस्टेंट कमिश्नर नगर निगम वाराणसी ने एक होनहार छात्रा निकिता को देते हुए कही।प्राप्त जानकारी के मुताबिक लहरतारा निवासिनी निकिता पुत्री संतराज ने असिस्टेंट कमिश्नर नगर निगम कार्यालय पहुँचकर अपनी आपबीती बताते हुए रो पड़ी निकिता का कहना रहा कि मेरे पिता संतराज अत्यधिक नशे का सेवन करते है मेरे व मेरी बहनों के पढ़ाई पर कभी भी कोई ध्यान नही देते माँ सीमा सभी के घरों में झाड़ू पोछा खाना बनाने का कार्य करके तीनो बहनों की पढ़ाई व जीवकोपार्जन का कार्य करती है अगर आप एक साइकिल हमे दे देते तो मेरे पढ़ाई का सपना पूरा हो जाता।निकिता के आँखों मे पढ़ाई के प्रति समर्पण एवं माँ के प्रति सम्मान देखते हुए असिस्टेंट कमिश्नर नगर निगम वाराणसी राजेश अग्रवाल ने अपने आवास पर बुलाकर निकिता को नई साइकिल का तोहफा देकर उसे पढ़ाई पूर्ण करने की बात कही।श्री अग्रवाल ने कहा कि वह कोई राजनैतिक व्यक्ति नही हैं बल्कि एक साधारण इंसान हैं।मानव होने के नाते एक व्यक्ति का फर्ज है वह निःस्वार्थ भाव से दूसरे मनुष्य की सेवा करे,यही मानवता ही सबसे बड़ा धर्म है।अपने आस-पास के अभाव ग्रस्त जरूरतमंद लोगों को देखकर इस तरह का समाजसेवा सभी लोगो को बढ़चढ़ कर करना चाहिए।बताया कि वह इसी प्रकार आवाम की मदद करते रहेंगे।