कर्नलगंज,गोण्डा। देश-विदेश में बेसिक शिक्षा और जनपद का नाम रोशन करने वाले आदर्श शिक्षक रवि प्रताप सिंह को एक और जिम्मेदारी दी गई है।
बताते चलें कि उत्तर प्रदेश के सरकारी एवं मान्यता प्राप्त स्कूलों में 3.25 करोड़ बच्चे अध्ययनरत हैं। इन्हें ट्रैक करने हेतु चाइल्ड ट्रेकिंग सिस्टम को बनाया जाना है। नि:शुल्क और अनिवार्य प्रारंभिक शिक्षा का अधिकार हमारे संविधान का एक मौलिक अधिकार बन गया है। 14 वर्ष तक के सभी बच्चों हेतु निःशुल्क और अनिवार्य शिक्षा लागू है। प्रारंभिक शिक्षा प्राप्त करने के लिए एक एकीकृत कार्यक्रम “सर्व शिक्षा अभियान” शुरू किया गया था जिससे सभी बच्चों को शिक्षा मिले इसके लिए बेसिक शिक्षा विभाग प्रतिबद्ध है। लेकिन देखा जा रहा है कि बच्चों का सही आंकड़ा उपलब्ध नहीं हो पाता है। कितने बच्चों का नामांकन हुआ कितनों ने पढ़ाई पूरी की और कितनों ने पढ़ाई बीच मे छोड़ दिया इन सभी प्रश्नों का उत्तर इस चाइल्ड ट्रेकिंग सिस्टम से मिलेगा।
बच्चों की इस गिनती पर विभाग को कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है। इस ऑनलाइन “चाइल्ड ट्रैकिंग सिस्टम” के माध्यम से बच्चों का आंकड़ा विभाग के पास मौजूद होगा
प्राप्त आंकड़ों का उपयोग करते हुए इस “चाइल्ड ट्रैकिंग सिस्टम” के कई तरह से उपयोग किया जाएगा। ग्रामीण अंचल में देखा जाता है कि कई अभिभावक अपने बच्चों का दो-दो स्कूलों में नामांकन करा कर सरकारी लाभ उठाते हैं। अब ऐसी नहीं हो सकेगा। इस नई पद्धति के क्रियान्वयन हेतु उत्तर प्रदेश के बेसिक शिक्षा निदेशक की अध्यक्षता में एक कोर कमेटी का गठन किया गया है। जिसमें उत्तर प्रदेश के 8 शिक्षकों को शामिल किया गया है। यह कमेटी अध्ययन के पश्चात अपने सुझाव देगी और ऐसे में लर्निंग आउटकम बेस्ड चाइल्ड ट्रेकिंग सिस्टम लागू किया जा सकेगा। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी आर०पी० सिंह, जिला पंचायत सदस्य विवेक सिंह, गुड्डू सिंह, विशाल सिंह प्रधान, हर्षित सिंह सूर्यवंशी समेत अनेकों लोगों ने कमेटी में नामित किए जाने पर उन्हें बधाई दी है।