#उत्तर प्रदेश साहित्य सभा आजमगढ़ के तत्वावधान में हुआ एक सरस कवि गोष्ठी#

स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर उत्तर प्रदेश साहित्य सभा आजमगढ़ के तत्वावधान में एक सरस कवि गोष्ठी का आयोजन संस्था के संयोजक विजयेन्द्र प्रताप श्रीवास्तव ‘करुण’ के अराजीबाग स्थित आवास पर संपन्न हुआ। कार्यक्रम के अध्यक्ष जनपद के वरिष्ठ साहित्यकार पंडित हरिहर पाठक जी थे तथा मुख्य अतिथि उप जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ( अवकाश प्राप्त) रामबचन यादव थे तथा विशिष्ट अतिथि के रूप में डॉक्टर प्रवेश कुमार सिंह विभागाध्यक्ष हिंदी विभाग श्री दुर्गा जी स्नातकोत्तर महाविद्यालय चंदेश्वर आजमगढ़ की उपस्थिति थी। सर्वप्रथम कार्यक्रम के प्रारंभ में अध्यक्ष विशिष्ट अतिथि मुख्य अतिथि द्वारा मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण तथा दीप प्रज्वलन किया गया। इसके पश्चात जनपद की विख्यात कवयित्री श्रीमती शालिनी राय ‘डिम्पल’ द्वारा मां की वाणी वंदना की गई तत्पश्चात संस्था के संगठन मंत्री राकेश कुमार पांडे सागर जी ने “आज पावन सी है देहरी, घर मेरा फिर महकने लगा” सुना कर लोगों को भाव विभोर कर दिया। उसके बाद संस्था के मंत्री रत्नेश कुमार राय जी ने “वंदनीय विश्व का जगत हुआ, मुरीद है पूजता अमृत्व जिसको नाम वह शहीद है” सुना कर वातावरण को देशभक्ति के रस से ओतप्रोत कर दिया। तत्पश्चात संस्था की उपाध्यक्षा श्रीमती शालिनी राय ने “देशभक्ति के गीत सुनाऊं, आकर अलख जगाओ।

देश के प्यारे, अमर शहीदों, फिर से लौट के आओ।” सुना करके माहौल को देशभक्ति की भावना से भर दिया। संस्था के संयोजक और गीतकार विजयेन्द्र प्रताप श्रीवास्तव ‘करुण’ ने “धनिया की चटनी महकी और गोभी की तरकारी आज वजीफा लेकर आई बुधिया की महतारी” सुनाकर वातावरण को संजीदा कर दिया। जनपद के प्रसिद्ध शायर श्री ताज़ आज़मी ने अपनी ग़ज़ल “आप कदम कश्मीर से हरगिज़ हटा सकते नहीं” सुनाकर माहौल को देशभक्ति के रंग से सराबोर कर दिया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि राम बचन यादव ने “हिम आलय उत्तुंग शिखर पर चढ़ना कितना मुश्किल है, अपनी-अपनी छत चढ़ जाए हुआ यही अति मुश्किल है।” सुना करके वर्तमान परिस्थितियों पर सबका ध्यान आकृष्ट कराया। कार्यक्रम के अध्यक्ष हरिहर पाठक ने “लहरें लहरे तिरंगा गगन में लहरे” सुनाकर वातावरण को तीन रंग में रंग दिया। उक्त अवसर पर संस्था के संरक्षक जन्मेजय पाठक ने अपने आशीर्वचन से संस्था को निरंतर गतिमान रहने का आशीष दिया अंत में विशिष्ट अतिथि डॉक्टर प्रवेश सिंह ने जो की संस्था के संरक्षक भी है संस्था के मूल उद्देश्य कार्यप्रणाली के साथ-साथ स्वतंत्रता दिवस की बधाई दी साथ ही उन्होंने वर्तमान व्यवस्था पर कलमकारों को अपनी कलम की धार तेज़ कर आम जनमानस को जागृत करने की सलाह दी। उक्त अवसर पर संदीप राय, डॉ० जयप्रकाश यादव, डॉक्टर अवधेश यादव ‘श्लोक’, पवन कुमार, शैलेंद्र कुमार सिंह की उपस्थिति सराहनीय रही।

संवाददाता अमित खरवार