#क्यों नहीं होगा जामियातुल फलाह मदरसा बदनाम, जब मदरसे के कुछ अध्यापक और अध्यापिकाएं ही करेंगे ऐसा काम#
मदरसे में पढ़ने वाले एक पत्रकार के बेकसूर पुत्र को एक मनबढ़ अध्यापक ने बुरी तरह से पीटा
रिपोर्टर रोशन लाल
आजमगढ़ जिला के बिलरियागंज ब्लॉक के नगर पालिका परिषद बिलरियागंज में स्थित मदरसा जामीअतुल फलाह के कुछ अध्यापक और अध्यापिकाएं समय-समय पर ऐसा कारनामा कर देते हैं जिससे जामेअतुल फलाह की छवि खराब होने लगती है।
जैसा की ताजी घटना 11 अगस्त की है। जिसमें उक्त मदरसे में हाफिजा की पढ़ाई पढ़ने वाला एक पत्रकार का 14 वर्षी मासूम बच्चा मोहम्मद आसिफ बरसात की वजह से स्कूल नहीं जा पाया। किंतु शाम को ट्यूशन की शक्ल में चलने वाला एक्स्ट्रा क्लास 7:00 से 10:00 बजे तक के क्लास में जब वह पढ़ने गया तो उसे क्लास में पढाने वाले अध्यापक हाफिज अबूजर ने बिना कारण उसे बुरी तरह से छड़ी से पीटने लगे और इस तरह से छड़ी से मारे कि वह बुरी तरह से घायल होकर चिल्लाने लगा और किसी तरह से जान बचाकर भाग कर अपने घर आया। जब परिजनों को पता चला तो उन्होंने तुरंत इसकी शिकायत मदरसा के प्रिंसिपल मौलाना जावेद सुल्तान से किया। पहले तो जावेद सुल्तान ने कहा कि कहीं आप उसके बारे में तो नहीं कह रहे हैं जिस लड़के को मारा गया है। फिर इसके बाद उन्हें बताया गया कि आपके व्हाट्सएप पर एक फोटो गया है उसे देख लीजिए इसके बाद बात होगी। तो जब उन्होंने फोटो देखा तो कहा कि यह तो निहायत ही गलत है हम इसकी निंदा करते हैं। और अभी कुछ देर बाद हम आपको बताते हैं।और इस पर कार्रवाई हम जरूर करेंगे। तब मोहम्मद आसिफ के पिता पत्रकार ने कहा कि वह आपका मामला है आप समझिए हम तो इस पर एक्शन जरूर लेंगे। आपको इसलिए बता दिए हैं कि कहीं आप यह न कहिएगा की हमको नहीं बताया गया।
पुनः रात ही में कुछ देर बाद पत्रकार की मोबाइल पर मदरसे के प्रिंसपल का मैसेज आया कि हमने उस अध्यापक को बर्खास्त कर दिया है।
दूसरी तरफ जब यह बात लोगों के बीच में फैली तो लोगों ने बताया कि उस मदरसे के अध्यापक अभी दो रोज पहले किसी लड़के को बहुत बुरी तरह से पीटे थे। इसके अलावा समय-समय पर छात्र-छात्राओं को प्रताड़ित करते रहते हैं।क्योंकि सन 2016 में इसी तरह से एक अध्यापिका ने मोहम्मद आसिफ की बड़ी बहन को बुरी तरह से मारी थी ।जिसकी खबर सोशल मीडिया पर दौड़ रही थी उस समय हरकत में तो विद्यालय जरूर आया किंतु मामला ठंडा बस्ते में चला गया। अगर उस समय उस अध्यापिका को दंडित किया गया होता तो शायद यह दिन नहीं देखना पड़ता। चर्चा है कि इस मदरसा में अन ट्रेंड टीचर रखे गए हैं ।
चाहे वह अध्यापक हों या अध्यापिकाएं।चर्चा है क्षेत्र में कि जो लोग मदरसे के इंतेजामियां लोगों की जी हुजूरी करते हैं वह कितना हूं बड़ी गलती करें उसे माफ कर दिया जाता है। सच्चाई क्या है यह तो जांच के बाद ही पता चलेगा। दिलचस्प बात तो यह है कि यह मनबढ़ अध्यापक हाफिज अबूजर इससे पहले बिलरियागंज ब्लॉक के शेखोपुर मदरसा में पढाता था जो बिहार का रहनेवाला है । और वह शेखोपुर में भी इसी तरह से छात्रों को मांरता पिटता था। इसकी गत विधियों से तंग आकर शेखोपुर के लोगों ने उसे वहां से भगा दिया ।इसके बाद उसे जामीयतुल फलाह मदरसा में पढ़ाने के लिए जगह मिली तो यहां पर भी वह अपना रंग दिखाने लगा।अब देखना यह है कि यह मदरसा अपनी छवि बचाने के लिए ऐसे अध्यापकों को बाहर का रास्ता दिखाता हैं या अपने पास ही रखकर मदरसे की किरकिरी कराता है।
वैसे पीड़ित ने इस मामले में संबंधित थाना पर एक प्रार्थना पत्र देकर न्याय की गुहार लगाई है।और घायल छात्र का अभी भी सामुदायिक स्वस्थ केंद्र बिलरियागंज का इलाज चल रहा है।