लचर व्यवस्था और जिम्मेदार अधिकारियों की लापरवाही ने चार लोगों की जान ले ली। हंडिया तहसील के भदवा गांव में दूषित पानी पीने से दो बच्चों समेत चार की मौत हो गई। दो दर्जन से अधिक लोग बीमार हैं, जिन्हें अलग-अलग अस्पताल में भर्ती कराया गया है। चार लोगों की मौत से ग्रामीणों में खलबली मच गई, जिसके बाद उन्होंने ग्राम प्रधान व स्वास्थ्य विभाग पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाया। हालांकि, स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी दावा कर रहे हैं कि टीम गांव में कैंप करते हुए प्रभावित लोगों का समुचित इलाज कर रहे हैं।भदवा गांव में ग्राम प्रधान से शिकायत के बाद भी हैंडपंप नहीं लगा, जिससे लोग कुएं का पानी पी रहे हैं। गांव में एक भी हैंडपंप नहीं लगा है। एक कुंआ है, जिसमें से पानी निकालकर लोग पीते हैं। दो दिन पहले ढाई साल की संजना, 12 वर्ष के दिवाकर को बुखार और दस्त की शिकायत हुई। घरवाले उन्हें अस्पताल ले गए, जहां मौत हो गई। डॉक्टर ने कहा- मौत का कारण साफ नहीं
रविवार को दो बच्चों की मौत के बाद सोमवार को 55 वर्षीय चंदरी देवी और 72 साल की सुंदरी की भी मौत हो गई। इनके अलावा दो दर्जन बीमार हैं। सभी को अलग-अलग निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। सीएचसी प्रभारी डा. सुधीर कुमार का कहना है कि दो बच्चों की मौत हुई है, लेकिन मौत का कारण साफ नहीं है। शुरुआती जांच में पता चला है कि गांव के लोग कुंए का पानी पीते हैं। इस आधार पर दूषित पानी से मौत की आशंका है, मगर पूरी जांच होने के बाद ही कुछ कहा जा सकता है। उधर, पूर्व बीडीसी अमरेंद्र सिंह का कहना है कि दूषित पानी से दो बच्चे समेत चार लोगों की मौत हुई है।
संवाददाता अशोक चौहान